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27 Jun 2024 · 1 min read

दोहे _ उलझे उलझे ।

१_
उलझे उलझे से यहां ,क्यों रहते हैं लोग ।
कौन तरककी में इधर, क्यों खोये हैं लोग ।।
२_
पल पल के ये फैसलों का इल्म नहीं यार ।
दुनिया में बस यूं ही ,जैसे खोये हैं लोग ।।

✍️नील रूहानी,,,, 27/06/2024,,,,🥰

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