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1 Jan 2025 · 1 min read

*मनः संवाद—-*

मनः संवाद—-
01/01/2025

मन दण्डक — नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)
यति– (14,13,11) पदांत– Sl

नक्षत्र सदा सुयोग दे, मंगल शुभ दिन रात हो, जीवन हो खुशहाल।
पावन शुद्धि विचारों में, चिंतन में अभिराम हो, छू न सके कलिकाल।।
हर क्षण हो आनंद भरा, नवल वर्ष शुभकामना, मिले नवल सुर ताल।
सृजन पक्ष उत्कर्ष भरा, मिले नई उपलब्धियां, चर्चित हर चौपाल।।

सबके प्यारे बने रहें, आध्यात्मिकता वृद्धि हो, मिले मित्र सहयोग।
सफल नित्य शुभाशीष हो, कृपा करें छंदाधिपति, राम रसायन भोग।।
नव आंग्ल वर्ष अति शुभ हो, लक्ष्य मिले ईश्वर चरण, तन मन रहे निरोग।
मित्र मंडली बोध मिले, यशोकीर्ति पथमान हो, जीवन आये जोग।।

— डॉ. रामनाथ साहू “ननकी”
संस्थापक, छंदाचार्य, (बिलासा छंद महालय, छत्तीसगढ़)
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