Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Feb 2024 · 1 min read

दोष किसे दें

कहते हैं
गहन पीड़ा की भूमि पर उपजती है कविता
यह दौर तो भयानक मंजर है
पल, प्रति-पल चूभता नश्तर है
कविता मर्माहत है,
वह देख रही है – खंड-प्रलय
तार -तार होती मानवता और
लुप्त होती संवेदनाएं।
एक पल सोचती है कविता –
हुकूमतों को भरपूर कोसे
पर कविता संस्कारी है
ठहर जाती है
कैसे कोसे ?
यह ऐसी धरा पर उपजी है
जहाँ नहीं कोसा जाता
मृत -आत्माओं को ।

Language: Hindi
2 Likes · 74 Views
Books from डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
View all

You may also like these posts

मुझको चाहिए एक वही
मुझको चाहिए एक वही
Keshav kishor Kumar
तुम मेरे साथ
तुम मेरे साथ
Dr fauzia Naseem shad
तितली रानी
तितली रानी
कुमार अविनाश 'केसर'
प्रेम पल्लवन
प्रेम पल्लवन
Er.Navaneet R Shandily
*गाथा बिहार की*
*गाथा बिहार की*
Mukta Rashmi
*कन्या पूजन*
*कन्या पूजन*
Shashi kala vyas
जन्म-जन्म का साथ.....
जन्म-जन्म का साथ.....
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
ईव्हीएम को रोने वाले अब वेलेट पेपर से भी नहीं जीत सकते। मतपत
ईव्हीएम को रोने वाले अब वेलेट पेपर से भी नहीं जीत सकते। मतपत
*प्रणय*
मिली वृक्ष से छांह भी, फल भी मिले तमाम
मिली वृक्ष से छांह भी, फल भी मिले तमाम
RAMESH SHARMA
कछु मतिहीन भए करतारी,
कछु मतिहीन भए करतारी,
Arvind trivedi
3582.💐 *पूर्णिका* 💐
3582.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
कोशिश करना आगे बढ़ना
कोशिश करना आगे बढ़ना
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
या खुदाया !! क्या मेरी आर्ज़ुएं ,
या खुदाया !! क्या मेरी आर्ज़ुएं ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
सुन्दर फूलों के
सुन्दर फूलों के
surenderpal vaidya
#हाइकु
#हाइकु
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
प्यार की गहराई इतनी की,
प्यार की गहराई इतनी की,
श्याम सांवरा
देव प्रबोधिनी एकादशी
देव प्रबोधिनी एकादशी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
राजे तुम्ही पुन्हा जन्माला आलाच नाही
राजे तुम्ही पुन्हा जन्माला आलाच नाही
Shinde Poonam
हो तुम किस ख्यालों में डूबे।
हो तुम किस ख्यालों में डूबे।
Rj Anand Prajapati
*राम हमारे मन के अंदर, बसे हुए भगवान हैं (हिंदी गजल)*
*राम हमारे मन के अंदर, बसे हुए भगवान हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
पंख पतंगे के मिले,
पंख पतंगे के मिले,
sushil sarna
The Moon and Me!!
The Moon and Me!!
Rachana
भोले नाथ तेरी सदा ही जय
भोले नाथ तेरी सदा ही जय
नेताम आर सी
प्रकाश परब
प्रकाश परब
Acharya Rama Nand Mandal
-मोहब्बत नही है तो कुछ भी नही है -
-मोहब्बत नही है तो कुछ भी नही है -
bharat gehlot
बड़ा सा आँगन और गर्मी की दुपहरी मे चिट्ठी वाले बाबा (डाकिया)
बड़ा सा आँगन और गर्मी की दुपहरी मे चिट्ठी वाले बाबा (डाकिया)
पूर्वार्थ
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ६)
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ६)
Kanchan Khanna
शीर्षक - हैं और था
शीर्षक - हैं और था
Neeraj Agarwal
*झूठा  बिकता यूँ अख़बार है*
*झूठा बिकता यूँ अख़बार है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Loading...