Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Dec 2023 · 1 min read

I want to collaborate with my lost pen,

I want to collaborate with my lost pen,
I want to recreate my heart again.
I want to being a disarmed personality ,
I want to believe in almighty .
I want to detach my birth right ,
I want to loose my every fight .
I want to avoke my all sight ,
I want to sleep again all night .
I want to heal the depth of my injury,
I want to feel a hurtless surgery.
I want to collaborate with my lost pen,
I want to recreate my heart again.

3 Likes · 2 Comments · 276 Views

You may also like these posts

तेरी मधुर यादें
तेरी मधुर यादें
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
जीवन
जीवन
Santosh Shrivastava
आजाद पंछी
आजाद पंछी
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
छोड़ो  भी  यह  बात  अब , कैसे  बीती  रात ।
छोड़ो भी यह बात अब , कैसे बीती रात ।
sushil sarna
##सभी पुरुष मित्रों को समर्पित ##
##सभी पुरुष मित्रों को समर्पित ##
पूर्वार्थ
4607.*पूर्णिका*
4607.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गर्मी का क़हर केवल गरीबी पर
गर्मी का क़हर केवल गरीबी पर
Neerja Sharma
गाय
गाय
Vedha Singh
A serious joke!
A serious joke!
Priya princess panwar
..
..
*प्रणय*
कागज़ की नाव सी, न हो जिन्दगी तेरी
कागज़ की नाव सी, न हो जिन्दगी तेरी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
।। अछूत ।।
।। अछूत ।।
साहित्य गौरव
Durdasha
Durdasha
Dr Sujit Kumar Basant
खूबसूरत बचपन
खूबसूरत बचपन
Roopali Sharma
"नव वर्ष मंगलमय हो"
राकेश चौरसिया
कवि की लेखनी
कवि की लेखनी
Shyam Sundar Subramanian
दिल्लगी का आलम तुम्हें क्या बतलाएं,
दिल्लगी का आलम तुम्हें क्या बतलाएं,
श्याम सांवरा
"गुमनाम जिन्दगी ”
Pushpraj Anant
कहां जाके लुकाबों
कहां जाके लुकाबों
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
लघुकथा -
लघुकथा - "कनेर के फूल"
Dr Tabassum Jahan
लोगों को और कब तलक उल्लू बनाओगे?
लोगों को और कब तलक उल्लू बनाओगे?
Abhishek Soni
प्रेरणा और पराक्रम
प्रेरणा और पराक्रम
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
"क्या करूँ"
Dr. Kishan tandon kranti
रूसवाइयांँ¹ मिलेगी, बे_क़दर, बे_नूर हो जाओगे,
रूसवाइयांँ¹ मिलेगी, बे_क़दर, बे_नूर हो जाओगे,
_सुलेखा.
सूरत
सूरत
Sanjay ' शून्य'
कहा कहां कब सत्य ने,मैं हूं सही रमेश.
कहा कहां कब सत्य ने,मैं हूं सही रमेश.
RAMESH SHARMA
ज़िंदगी का फ़लसफ़ा
ज़िंदगी का फ़लसफ़ा
Dr. Rajeev Jain
तुम छा जाते मेरे दिलों में एक एक काली घटा के वाई फाई जैसे।
तुम छा जाते मेरे दिलों में एक एक काली घटा के वाई फाई जैसे।
Rj Anand Prajapati
Chào mừng bạn đến với Debet, nhà cái hàng đầu tại Việt Nam,
Chào mừng bạn đến với Debet, nhà cái hàng đầu tại Việt Nam,
debetcomputer
सवाल ये नहीं तुमको पाकर हम क्या पाते,
सवाल ये नहीं तुमको पाकर हम क्या पाते,
Dr fauzia Naseem shad
Loading...