मरूधरां
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
हमारे साथ खेलेंगे नहीं हारे वो गर हम से
समय का सिक्का - हेड और टेल की कहानी है
पृष्ठों पर बांँध से बांँधी गई नारी सरिता
जब कभी तुम्हारा बेटा ज़बा हों, तो उसे बताना ज़रूर
- जिंदगी में राहगीर तुझको जिए जाना है -
"मुश्किलों से मुकाबला कर रहा हूँ ll
इधर एक बीवी कहने से वोट देने को राज़ी नहीं। उधर दो कौड़ी के लो
लौट कर आने की अब होगी बात नहीं।
"" *प्रेमलता* "" ( *मेरी माँ* )
***रिमझिम-रिमझिम (प्रेम-गीत)***
कुछ लोग ऐसे भी मिले जिंदगी में
जब गेंद बोलती है, धरती हिलती है, मोहम्मद शमी का जादू, बयां क
अहंकार का पूर्णता त्याग ही विजय का प्रथम संकेत है।
वो सुनाते थे मोहब्बत की कहानी मुझको।