प्यार जिंदगी का
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
यह जिंदगी मेरी है लेकिन..
मजदूर
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
उम्र तो गुजर जाती है..... मगर साहेब
*लटका कर झोला कंधे पर, घूम रहे हैं मेले में (गीत)*
ओकरा गेलाक बाद हँसैके बाहाना चलि जाइ छै
गजेन्द्र गजुर ( Gajendra Gajur )
ये अश्क भी बे मौसम बरसात हो गए हैं
जिसने अपने जीवन में दर्द नहीं झेले उसने अपने जीवन में सुख भी
शिक़ायत है, एक नई ग़ज़ल, विनीत सिंह शायर
हमारी शान है हिन्दी, हमारा मान है हिन्दी।
सुनो - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }