तुम्हारे हिस्से में आये हम बेहिसाब से है ,

तुम्हारे हिस्से में आये हम बेहिसाब से है ,
तुम ही कभी इसका हिसाब लगा नहीं पाये ,
तुम्हारी जिंदगी में हम बेरंग से है ,
तुम ही सही रंग चुन रंग भर नही पाये ,
तुम्हें मेरे हर लफज लगते बेवफा से है ,
तुम ही कभी हमसे वफा निभा नही पाये ,
तुम्हारे लिये हम हर बार बेमतलब से है ,
तुम ही यहा छिपा हर मतलब समझ नहीं पाये ..