मेरे घर के एक छेद से अविश्वास की एक रोशनी आती आती थी ।
मेरे घर के एक छेद से अविश्वास की एक रोशनी आती आती थी ।
। पता चला के वह मेरी महबूब की बिंदिया की उजाले की किरण है।।
मेरे घर के एक छेद से अविश्वास की एक रोशनी आती आती थी ।
। पता चला के वह मेरी महबूब की बिंदिया की उजाले की किरण है।।