जिनको लगता है की ये पहाड़ जैसी ज़िंदगी सिर्फ़ प्यार मुहब्बत

जिनको लगता है की ये पहाड़ जैसी ज़िंदगी सिर्फ़ प्यार मुहब्बत से कट जाएगी तो भाई ग़लत हो ।
ज़िंदगी बैंक बैलेंस से चलती है । जेब में पैसे ना हो तो आदमी घर से बाहर निकलने से भी डरता है ।
तो भाई ये बाबू सोना करने में कुछ नहीं रक्खा , जब समय आयेगा तो आपकी बाबू सोना ही कोई पैसे वाला देखकर निकल लेगी ।और फिर तब तक आपके लिए बहुत देर हो चुकी होगी ….