काक कोकिला काँव कूक
काला काना कौआ करे,
कर्णकटु काँव-काँव।
कामिनी कलूटी काली।
कह कैसी कोकिला।।
कटुक कुटिल काग,
काम करता कुचाल,
काली कलूटी कहा क्यों?
कूकी काली कोकिला।।
काक कहा काली को क्यों,
काली कहने का कष्ट।
कलेजा कटारी काटी
कजरारी कोकिला।।
काली काया कलेजा क्यों
”कौशल’ कठौर कंठ,
कड़वा कसाला कम
करो कही कोकिला।।