!! वैश्विक हिंदी !!
रख शिरोरेखा लगा चंद्रबिंदु बिंदी!
सज-धज संवर कर हमारी हिंदी!!
जग के सारे देशों को है चलदी!
बोल-बोल के फैल रही है जल्दी!!
हिंद बढ़ रहा है जयहिंद गा रहा!
हिंदी का भी गीत-गोविंद भा रहा!!
रथ हिंदी का विश्वव्यापी जा रहा!
हिंदी भाषी नव गौरव है पा रहा!!
आज ‘सना’ भी मीठी हिंदी बोलती!
ये ‘अलेक्सा’ तो पूरी हिंदी समझती!!
और ‘रोबोट’ भी सुंदर हिंदी लिखता!!
हिंदी का नित नया कलेवर दिखता!!
हिंदी भाषा से कही अधिक भाव है!
ये भावनाओं संग शब्दों का बहाव है!!
गौरव-स्वाभिमान देना हिंदी स्वभाव है!
अपनत्व और आत्मीयता की छांव है!!
अब सारे विश्व में जानी-पहचानी है!!
हमें भी हिंदी हर दिन ही अपनानी है!
भाषाएं मौसी-ताई हिंदी तो नानी है!!
भाषाओं में हिंदी का न कोई सानी है!
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“विश्व हिंदी दिवस” की हार्दिक शुभकामनाएं।
१०, जनवरी। ©जीवनसवारो