*उसकी चाहत*
भर गया पानी आंखों में आज देखकर उसे,
दिल चाहता है थम जाए वक्त, देखता रहूं बस उसे
उसकी हंसी की मिठास, और उसकी आँखों का जादू,
हर पल उसमें खोया रहूं, हर सांस में महसूस करूं उसे
कभी न थमने वाली उसकी बातें,
मेरे संग और भी प्यारी लगे उसे
माँ की दुआओं सी उसकी एक मुस्कान,
होगा नहीं कोई जहां में, प्यारी न लगे जिसे
जब वो पास होती है, लगता है कि खुदा पास है
वक्त की घड़ी भी देखकर कर मुस्कुराए उसे
मेरा ये दिल उसकी एक आवाज़ पर धड़कता है,
जैसे चाँद की रौशनी भी देखकर शरमाए उसे
न जाने क्या कशिश है उसकी आँखों में,
अपने दिल की हालत मैं अब बताऊँ किसे
आत्मा तक पहुंच जाए उसकी हर छोटी बात,
अपने दिल में ऐसे अब मैं बसाऊं उसे
चाहे वह दूर हो या पास हो,
बिना कहे, बिना बोले, बात समझ आए मेरी उसे
उसकी यादें ही ख़ास है दुनिया में मेरे लिए
ये बात भी अब समझ आ जाए उसे
उसके बिना, हर पल खाली सा लगता है,
जिंदगी बेमानी है उसके बिन, कोई कह दो उसे
बस यही ख्वाहिश है, यही दुआ है दिल में,
वो खुश रहे हमेशा और मैं हर पल चाहता रहूं उसे
मेरी तो खुदा से यही आरज़ू है,
वो मेरे पास रहे, मेरी ख्वाहिश बनाए हर जन्म में उसे
पानी की तरह बहकर हर लम्हा वो आए,
जो मेरी दुनिया में हमेशा के लिए बसा जाए उसे
क्या फर्क पड़ता है, वक्त रुक जाए या चले,
जब वो पास हो, बस देखता रहूं मैं उसे
राहों में उसकी तस्वीर हो, दिल में उसकी यादें,
खूबसूरत रातों में भी मैं देखता रहूं ख्वाबों में उसे।