सूरत में श्रीमद्भागवत कथा का भव्य समापन, बाल व्यास श्वेतिमा माधव प्रिया की वाणी से भावविभोर हुए श्रद्धालु

सूरत में श्रीमद्भागवत कथा का भव्य समापन, बाल व्यास श्वेतिमा माधव प्रिया की वाणी से भावविभोर हुए श्रद्धालु
सूरत, गुजरात – श्री राम रामेश्वर मंदिर, गणेश नगर में आयोजित संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान महायज्ञ का भव्य एवं दिव्य समापन हुआ। इस सात दिवसीय भागवत कथा में विश्व की सबसे कम आयु की अंतर्राष्ट्रीय बाल व्यास श्वेतिमा माधव प्रिया ने अपनी भावपूर्ण वाणी और गूढ़ आध्यात्मिक ज्ञान से श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कथा के दौरान श्रद्धालुओं ने सुदामा चरित्र, भगवान श्रीकृष्ण के निजधाम गमन एवं भागवत विश्राम प्रसंगों का रसास्वादन किया। मधुर भजन-कीर्तन, प्रवचन और शास्त्रीय व्याख्या के माध्यम से भक्तों को भक्ति, प्रेम और आध्यात्मिकता की गहराइयों से परिचित कराया गया। पूरे वातावरण में भक्ति और श्रद्धा का संचार हो गया, जिससे श्रद्धालु आत्मिक शांति का अनुभव करते रहे।
भक्तिमय समापन: हवन एवं भंडारे में उमड़ा श्रद्धालुओं का जनसैलाब
कथा के समापन अवसर पर विशाल हवन एवं भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने श्रद्धाभाव से भाग लिया और प्रसाद ग्रहण किया। इस दौरान श्रद्धालु भक्ति में लीन नजर आए और पूरे आयोजन स्थल पर भक्तिरस की अविरल धारा प्रवाहित होती रही।
इस भव्य आयोजन के मुख्य आयोजक राहुल सिंह (अध्यक्ष, सामाजिक समरसता संस्था) एवं श्रुति सिंह रहे। उन्होंने बताया कि यह कथा केवल आध्यात्मिक जागरण का साधन नहीं थी, बल्कि समाज में प्रेम, सद्भावना और एकता का संदेश प्रसारित करने का भी एक सशक्त माध्यम बनी।
गणमान्य हस्तियों की उपस्थिति ने बढ़ाई आयोजन की गरिमा
इस पावन अवसर पर कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों ने अपनी उपस्थिति से आयोजन की शोभा बढ़ाई। इनमें प्रमुख रूप से डॉ. सौरभ पाण्डेय, डॉ. डी. आर. रेवाला, सुशील सिंह, डॉ. ए. के. सिंह, संदीप दीक्षित, कौशल दुबे, जितेंद्र सिंह, जगदीश सहानी, मिथलेश जी, राजमनी पाण्डेय, राकेश भाई शर्मा, अखिलेश शर्मा, प्रकाश भाई, विजय शर्मा, लाल बाबू शर्मा, आचार्य गौरव पाण्डेय, मदन मोहन मालवीय, आकाश, डॉ. रागिनी पाण्डेय, शुभम सिंह, कृष्णा सिंह, राम आशीष पाण्डेय, मनीष मिश्रा, नेहा सहित हजारों श्रद्धालु शामिल रहे।
श्रद्धालुओं ने साझा किए अपने दिव्य अनुभव
कथा के दौरान श्रद्धालुओं ने अपने आध्यात्मिक अनुभव साझा किए और कहा कि बाल व्यास श्वेतिमा माधव प्रिया की अद्भुत कथा-वाचन शैली, गूढ़ आध्यात्मिक ज्ञान और मधुर वाणी ने उन्हें आत्मिक आनंद से भर दिया। उनकी वाणी में जो सरलता, सजीवता और आध्यात्मिक ऊर्जा थी, उसने सभी को भक्तिरस में सराबोर कर दिया।
सूरत में गूंजा भागवत का दिव्य संदेश, भक्ति की ज्योति से आलोकित हुए श्रद्धालु
इस आयोजन ने सूरत की धरती पर आध्यात्मिक चेतना का एक नया अध्याय लिखा और भक्तों के हृदय में श्रीमद्भागवत के दिव्य संदेश की अमिट छाप छोड़ दी। श्रद्धालुओं ने इस अद्भुत आयोजन के लिए आयोजकों और बाल व्यास श्वेतिमा माधव प्रिया का हृदय से आभार व्यक्त किया।