सोच रहा हूं तेरे आंचल के साऐं में सदियां गुजारूं ये जिंदगी
सोच रहा हूं तेरे आंचल के साऐं में सदियां गुजारूं ये जिंदगी
पता नही तू कब अलविदा कह दे
अभी मेरे पास वक्त है इसीलिए तू साथ है जब वक्त नही होगा तो तू बेवफा होगी
✍️कृष्णकांत गुर्जर
सोच रहा हूं तेरे आंचल के साऐं में सदियां गुजारूं ये जिंदगी
पता नही तू कब अलविदा कह दे
अभी मेरे पास वक्त है इसीलिए तू साथ है जब वक्त नही होगा तो तू बेवफा होगी
✍️कृष्णकांत गुर्जर