आदमी क्यों खाने लगा हराम का
मुझे आदिवासी होने पर गर्व है
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
मुझे दर्द भी पीना आ गया ।
गुड़िया हमारी(बेटी के जन्मदिन पर)
मर्यादा, संघर्ष और ईमानदारी,
चौपाला छंद- प्रकृति की सीख
ग़ज़ल - बड़े लोगों की आदत है!
मैं पत्नी हूँ,पर पति का प्यार नहीं।
मिलती है जब ख़ुशी तुझे, मिलता मुझे भी खुशियाॅं अपार।
किसी के प्रति ईर्ष्या का भाव वैमनस्य का उद्भव तामसिक प्रवृत्
सृष्टि का अंतिम सत्य प्रेम है
पी जाता हैं प्यास भी, .....मेरी वो हर बार ।