Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 May 2024 · 1 min read

* हनुमंत का दरबार**

* हनुमंत का दरबार**

* भक्ति गीत*(भजन)

सुन्दर सजा है दरबार मेरे हनुमंत का |
नौ रत्नो से हुआ श्रृंगार मेरे हनुमंत का || टेक||

कान में कुण्डल गले मोती माला,
हनुमंत का लगे रूपं निराला |
लगोटी लाल लपेटा चोला सिंदूर का ||1||
एक हाथ गदा दूजे पर्वत सोहे ,
ले द्रोणागिरि अति मन मोहे |
लहराये ध्वजा केशरिया लाल||2||मेरे हनुमंत
हृदय बीच सीयाराम बिराजे,
कांधे मुंज जनेऊ साजे,
रूप लुभाये बजरंगी लाल ||3||मेरे हनुमंत
चरण पादुका व्दार पे सोहे,
दर्शन करने से दुख दूर होवे |
दमक रहा दरबार मेरे हनुमंत का ||4||
सुंदर सजा है दरबार मेरे हनुमंत का |

Language: Hindi
2 Likes · 149 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

'एक शहादत ये भी’
'एक शहादत ये भी’
Kshma Urmila
दोहा
दोहा
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
Otteri Selvakumar
कमजोर न होती स्त्रियां
कमजोर न होती स्त्रियां
Radha Bablu mishra
जीवन से  प्यार करो।
जीवन से प्यार करो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
अम्माँ मेरी संसृति - क्षितिज हमारे बाबूजी
अम्माँ मेरी संसृति - क्षितिज हमारे बाबूजी
Atul "Krishn"
*शिक्षक जिम्मेदार, देश का धन है असली (कुंडलिया )*
*शिक्षक जिम्मेदार, देश का धन है असली (कुंडलिया )*
Ravi Prakash
।।
।।
*प्रणय प्रभात*
*दिल के दीये जलते रहें*
*दिल के दीये जलते रहें*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
वो भी तिरी मानिंद मिरे हाल पर मुझ को छोड़ कर
वो भी तिरी मानिंद मिरे हाल पर मुझ को छोड़ कर
Trishika Dhara
2907.*पूर्णिका*
2907.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कितनी अजीब है इस शहर
कितनी अजीब है इस शहर
Vishal Prajapati
हमारे बुजुर्गो की वैज्ञानिक सोच
हमारे बुजुर्गो की वैज्ञानिक सोच
मधुसूदन गौतम
अपने
अपने
विशाल शुक्ल
दुनिया की हर वोली भाषा को मेरा नमस्कार 🙏🎉
दुनिया की हर वोली भाषा को मेरा नमस्कार 🙏🎉
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
महिला दिवस
महिला दिवस
Chitra Bisht
जाग मनुज
जाग मनुज
Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan"
विकास के काम बहुत कर लिए अपने सरकार !
विकास के काम बहुत कर लिए अपने सरकार !
ओनिका सेतिया 'अनु '
गुलाब और काँटा
गुलाब और काँटा
MUSKAAN YADAV
सबकी सलाह है यही मुॅंह बंद रखो तुम।
सबकी सलाह है यही मुॅंह बंद रखो तुम।
सत्य कुमार प्रेमी
अतिशय इच्छा अर्थ की
अतिशय इच्छा अर्थ की
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
నమో నమో నారసింహ
నమో నమో నారసింహ
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
बाबू मेरा सोना मेरा शेर है
बाबू मेरा सोना मेरा शेर है
Dr. Man Mohan Krishna
हर कोई रोशन भी कितना हो सकता है
हर कोई रोशन भी कितना हो सकता है
दीपक बवेजा सरल
बचपन
बचपन
Shyam Sundar Subramanian
"सीख"
Dr. Kishan tandon kranti
कितना आसान है न बुद्ध बनना, अपनी दूधमुंही संतान को और सोती ह
कितना आसान है न बुद्ध बनना, अपनी दूधमुंही संतान को और सोती ह
Neelam Sharma
लिख रहे
लिख रहे
Kunal Kanth
शायद.....
शायद.....
Naushaba Suriya
Loading...