गुड़िया हमारी(बेटी के जन्मदिन पर)

(शेर)- तू ही है हमारी खुशी और जान, इस दुनिया में।
तुम्हारे लिए ही जी रहे हैं हम, हाँ इस दुनिया में।।
हाँ, हमेशा तू रहे खुश और, तू हजारों साल जीये।
एक सितारा है हमारी गुड़िया, हाँ, इस दुनिया में।।
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कितनी बड़ी हो गई है, गुड़िया हमारी।
कितनी समझदार हो गई है, गुड़िया हमारी।।
तू जीये हजारों साल, ये दुहा हमारी है।
जिंदगी और जान हमारी, है गुड़िया हमारी।।
कितनी बड़ी हो गई है————————-।।
हाँ, तुम्हारे लिए ही, हम ये सपनें देखते हैं।
यह पैसा और धन, तुम्हारे लिए ही जोड़ते हैं।।
ताकि तुम्हें नहीं हो कष्ट, तुम्हारे जीवन में।
हाँ, सच, हमारी खुशी है, तू गुड़िया हमारी।।
कितनी बड़ी हो गई है——————-।।
आँसू तुम्हारे देखकर, आँसू हमारे आ जाते हैं।
खुश तुमको देखकर, हम भी खुश हो जाते हैं।।
तू हमेशा ऐसे ही हंसती, खिलखिलाती रही।
हमारी दुनिया और बगिया, है गुड़िया हमारी।।
कितनी बड़ी हो गई है———————।।
तू हमारी वारिस है, हमारा नाम तू रोशन करेगी।
बनेगी हमारी पहचान तू , हमारे सपनें साकार करेगी।।
तू भी बनकर एक सितारा, आसमां में चमके।
हाँ, हमारी आँखों का तारा, है गुड़िया हमारी।।
कितनी बड़ी हो गई है———————-।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)