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30 Dec 2024 · 1 min read

मिलती है जब ख़ुशी तुझे, मिलता मुझे भी खुशियाॅं अपार।

मिलती है जब ख़ुशी तुझे, मिलता मुझे भी खुशियाॅं अपार।
छोड़ता हूॅं ये अब तुमपे…मानते कि नहीं मुझे तुम दिलदार।
…. अजित कर्ण ✍️

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