जीवन एक प्रयोगशाला
जीवन एक प्रयोगशाला हैआज जिसमें कल्पित मानो से कंपित सांसे है अस्पष्ट अनचाहे दोलनो की आवृत्तियां टकराती लौटती लेकर नया इम्तिहान
मानवीकृत रासायनिकों से उष्ण सांद्रित हो चुका अब जीवन
जीने की सारी तकनीक वैज्ञानिकता का प्रमाण प्रसारित करती है
अनचाहे परिणामों से ठोस हो गई है सारी तरलताएं
अभी यांत्रिक गतिमान गतिमानों से नया यौगिक बनाती नित नवल अनुसंधानों से शोभायमान है जिंदगी
संघर्षों के मिश्रण में भी अणु जीवन का ढूंढ ही लेती जिंदगी
पं अंजू पांडेय अश्रु