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10 May 2024 · 1 min read

आवाहन

देश के युवाओं जागो उठो अपनी शक्ति एवं
सामर्थ्य को पहचानो !
आस्था के नाम पर अंधविश्वास के तिमिर से
बाहर आओ !

जाति एवं संप्रदाय के नाम पर विघटनकारी
शक्तियों के चंगुल से अपने को बचाओ !
अपने आत्मविश्वास एवं आत्म सम्मान को
जागृत करो !

ये ना समझो कोई तुम्हारा भाग्य विधाता है !
तुम्हारा कर्म ही तुम्हारा भविष्य निर्माता है !

देशभक्ति के खोखले नारो से अब कोई
काम ना चलेगा !
सत्यनिष्ठा एवं कर्मनिष्ठा से ही देश का
भविष्य बचेगा !

काल्पनिक उड़ान के वारिद में भटकने के स्थान पर,
यथार्थ के धरातल पर कदम रखो !

अपने ज्ञान एवं प्रज्ञाशक्ति को निखारो !
अपने अंतस्थ दृढ़ संकल्प निर्मित करो !

तुममें वह शक्ति है जो चट्टानों को तोड़कर
प्रपात का उद्भव कर सकती है !
रेगिस्तान में मधुबन का निर्माण कर सकती है !

नभ में भी आवास निर्मित कर सकती है !
अपने अनथक प्रयासों से अन्वेषण के
नवआयाम रचित कर सकती है !

भौतिक स्वार्थी सुखी जीवन के मायाजाल से
स्वयं को मुक्त करो !
सार्थक जीवन जीने के तत्व को पहचानो !

मानवता एवं मानवीय गुणो को विकसित करो !
तुम देश के कर्णधार हो !
देश की अस्मिता एवं भविष्य का आधार हो !

यदि तुम दृढसंकल्पित भाव से देश को उन्नति के
पथ पर अग्रसर न कर पाए !

तब यह निश्चित है देश की अस्मिता एवं भविष्य
खतरे में पड़कर और फिर ना उबर पाए !

Language: Hindi
97 Views
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