Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jul 2024 · 1 min read

*अपने अंतर्मन में बैठे, शिव का आओ कुछ ध्यान धरें (राधेश्यामी

अपने अंतर्मन में बैठे, शिव का आओ कुछ ध्यान धरें (राधेश्यामी छंद)
________________________
अपने अंतर्मन में बैठे, शिव का आओ कुछ ध्यान धरें
शांत मौन एकांत चयन कर, श्वासों का प्राणायाम करें
पाऍंगे तब घट-घट वासी, उस निराकार को हम क्षण में
हर जगह वही तो बैठा है, इस महासृष्टि के कण-कण में
_________________________
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

98 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

मोनू बंदर का बदला
मोनू बंदर का बदला
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
योग ब्याम ,ध्यान कर लिए करे
योग ब्याम ,ध्यान कर लिए करे
goutam shaw
बचपन बनाम पचपन
बचपन बनाम पचपन
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
Gujarati Urmikavya & Gujarati kavita, poetry of famous poets | Rekhtagujarati
Gujarati Urmikavya & Gujarati kavita, poetry of famous poets | Rekhtagujarati
Gujarati literature
Two Different Genders, Two Different Bodies And A Single Soul
Two Different Genders, Two Different Bodies And A Single Soul
Manisha Manjari
नारी हो कमज़ोर नहीं
नारी हो कमज़ोर नहीं
Sonam Puneet Dubey
ग़ज़ल
ग़ज़ल
rekha mohan
घटा सुन्दर
घटा सुन्दर
surenderpal vaidya
वह एक हीं फूल है
वह एक हीं फूल है
Shweta Soni
..
..
*प्रणय*
*गाओ हर्ष विभोर हो, आया फागुन माह (कुंडलिया)
*गाओ हर्ष विभोर हो, आया फागुन माह (कुंडलिया)
Ravi Prakash
ॐ शिव शंकर भोले नाथ र
ॐ शिव शंकर भोले नाथ र
Swami Ganganiya
मेरी कमाई
मेरी कमाई
Madhavi Srivastava
अंतर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस पर ...
अंतर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस पर ...
डॉ.सीमा अग्रवाल
सफ़र
सफ़र
Shashi Mahajan
नीर सा मन
नीर सा मन
Manoj Shrivastava
माँ ममता की मूरत
माँ ममता की मूरत
Pushpa Tiwari
Shayari
Shayari
Sahil Ahmad
छूटा उसका हाथ
छूटा उसका हाथ
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
जीनी है अगर जिन्दगी
जीनी है अगर जिन्दगी
Mangilal 713
।। यथार्थ ।।
।। यथार्थ ।।
Priyank Upadhyay
It’s about those simple moments shared in silence, where you
It’s about those simple moments shared in silence, where you
पूर्वार्थ
प्यार का मूल्य
प्यार का मूल्य
Rambali Mishra
हवा का ख़ौफ़
हवा का ख़ौफ़
Akash Agam
उसने आंखों में
उसने आंखों में
Dr fauzia Naseem shad
#वक्त मेरे हत्थों किरया
#वक्त मेरे हत्थों किरया
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
"" *तथता* "" ( महात्मा बुद्ध )
सुनीलानंद महंत
सब कुछ मिले संभव नहीं
सब कुछ मिले संभव नहीं
Dr. Rajeev Jain
हुनर मौहब्बत के जिंदगी को सीखा गया कोई।
हुनर मौहब्बत के जिंदगी को सीखा गया कोई।
Phool gufran
সিগারেট নেশা ছিল না
সিগারেট নেশা ছিল না
Sakhawat Jisan
Loading...