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23 Jul 2024 · 1 min read

तमाम उम्र अंधेरों में कटी थी,

तमाम उम्र अंधेरों में कटी थी,
उजालों ने ज़िंदगी रौशन की

©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”

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