Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 May 2024 · 1 min read

जीवन में आगे बढ़ना है

जीवन में आगे बढ़ना है,
आगे -आगे ही रहना है ,
पढ़ना है जी, पढ़ना है,
सर्वदा अब्बल रहना है।

विद्यालय जाने में बिलंब न करना है,
जल्दी – जल्दी विद्यालय चलना है।

शिक्षा एक सुंदर संस्कार है ,
जीवन से इसका सरोकार है,
अपने अध्यापक से सीखना है,
अपने अध्यापक से जानना है।

विद्यालय जाने में विलम्ब न करना है,
जल्दी -जल्दी विद्यालय चलना है ।

उठना बैठना चलना रुकना,
गाना हंसना पढ़ना लिखना,
मिलना- जुलना खेलना खाना…
जीवन को सहज संवारना है।

विद्यालय जाने में बिलंब न करना है
जल्दी – जल्दी विद्यालय चलना है।

मां ने जन्म दिया है मुझको
पापा ने परवरिश दी है मुझको
ये ही मेरे प्रथम गुरु- पिता हैं
इनके ही छांव में रहना है।

समय पर विद्यालय पहुंचना है,
देर नहीं बिलकुल करना है,
विद्यालय जाते हैं जो बिलंब से,
सफलता भी उसे देर से मिलना है।

विद्यालय जाने में विलम्ब न करना है,
जल्दी -जल्दी विद्यालय चलना है।
*************************************
स्वरचित घनश्याम पोद्दार
मुंगेर

Language: Hindi
75 Views
Books from Ghanshyam Poddar
View all

You may also like these posts

बुद्ध पूर्णिमा शुभकामनाएं - बुद्ध के अनमोल विचार
बुद्ध पूर्णिमा शुभकामनाएं - बुद्ध के अनमोल विचार
Raju Gajbhiye
कोई तो मेरा अपना होता
कोई तो मेरा अपना होता
Juhi Grover
।।श्री सत्यनारायण व्रत कथा।।प्रथम अध्याय।।
।।श्री सत्यनारायण व्रत कथा।।प्रथम अध्याय।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
माँ सरस्वती की वंदना
माँ सरस्वती की वंदना
Dr Archana Gupta
“आँख के बदले आँख पूरी दुनिया को अँधा बना देगी”- गांधी जी
“आँख के बदले आँख पूरी दुनिया को अँधा बना देगी”- गांधी जी
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
सहज कलेजा चीर
सहज कलेजा चीर
RAMESH SHARMA
धनुष वर्ण पिरामिड
धनुष वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
वसन्त का स्वागत है vasant kaa swagat hai
वसन्त का स्वागत है vasant kaa swagat hai
Mohan Pandey
संवाद होना चाहिए
संवाद होना चाहिए
संजय कुमार संजू
कलियों सा तुम्हारा यौवन खिला है।
कलियों सा तुम्हारा यौवन खिला है।
Rj Anand Prajapati
4318.💐 *पूर्णिका* 💐
4318.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
सावन आया
सावन आया
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
कोई मिलता है
कोई मिलता है
shabina. Naaz
जाति-धर्म
जाति-धर्म
लक्ष्मी सिंह
कविता – खुजली और इलाज
कविता – खुजली और इलाज
Dr MusafiR BaithA
"दिमागी गुलामी"
Dr. Kishan tandon kranti
Affection Couldn’t be Found In Shallow Spaces.
Affection Couldn’t be Found In Shallow Spaces.
Manisha Manjari
आवारापन एक अमरबेल जैसा जब धीरे धीरे परिवार, समाज और देश रूपी
आवारापन एक अमरबेल जैसा जब धीरे धीरे परिवार, समाज और देश रूपी
Sanjay ' शून्य'
चुनावों का चाव
चुनावों का चाव
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
दोहा पंचक. . . . .
दोहा पंचक. . . . .
sushil sarna
लिखने जो बैठता हूँ
लिखने जो बैठता हूँ
हिमांशु Kulshrestha
*जीता-हारा चल रहा, होते रोज चुनाव (कुंडलिया)*
*जीता-हारा चल रहा, होते रोज चुनाव (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
ये रहस्य, रहस्य ही रहेगा, खुलेगा भी नहीं, जिस दिन (यदि) खुल
ये रहस्य, रहस्य ही रहेगा, खुलेगा भी नहीं, जिस दिन (यदि) खुल
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आखिर वो तो जीते हैं जीवन, फिर क्यों नहीं खुश हम जीवन से
आखिर वो तो जीते हैं जीवन, फिर क्यों नहीं खुश हम जीवन से
gurudeenverma198
एक नयी शुरुआत !!
एक नयी शुरुआत !!
Rachana
जाम अब भी बाक़ी है ...
जाम अब भी बाक़ी है ...
ओनिका सेतिया 'अनु '
सीना तान जिंदा है
सीना तान जिंदा है
Namita Gupta
Still I Rise!
Still I Rise!
R. H. SRIDEVI
सिर्फ़ शिकायत करते हो।
सिर्फ़ शिकायत करते हो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
ये काबा ये काशी हरम देखते हैं
ये काबा ये काशी हरम देखते हैं
Nazir Nazar
Loading...