Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jan 2025 · 2 min read

चुनावी घोषणा पत्र

चुनावी घोषणा पत्र
दुनिया के महा ठगों को बुलाओ
चुनावी घोषणा पत्र तैयार कराओ
हर अंचल हर वर्ग धर्म जाति सभी को रिझओ
लिख दो सबको बांग्ला गाड़ी देंगे
वोनस में दुनिया की सैर करा देंगे
हुजूर यह तो विपक्षी घोषणा पत्र में शामिल है
तो लिख दो सबको महल और हबाई जहाज देंगे अंतरिक्ष और पाताल की फ्री सैर देंगे
हिंदू को भगवान से, मुसलमान को अल्लाह से ,
सिखों को वाहे गुरु से ,ईसाई को क्राइस्ट जीसस से
मिलबाएगे
संत पुजारी मौलवियों को स्वर्ग और जन्नत में अबिलंब भिजवाएंगे
कुंवारों की शादी परियों से कराई जाएगी
जिनकी हो गई है उन्हें एक दो और दी जाएंगी बेरोजगार काम धंधों से मुक्त किए जाएंगे
किसान और मजदूरों के घर बिना कुछ करें भर जाएंगे सरकारी अमले को पावरफुल बनाया जाएगा
जो भी वह कहेगा कानून बन जाएगा
साल में 365 दिन छुट्टी दी जाएगी
जनता 24 घंटे सातों दिन मौज उड़ाएगी
कल कारखाने उद्योग धंधे बंद किए जाएंगे
इनमें लगे हुए लोग बिना काम अच्छी सैलरी पाएंगे पढ़ाई लिखाई सब बंद कराई जाएगी
स्कूल कॉलेज की बिल्डिंग मनोरंजन घर बनाई जाएगी बिना पढ़े ही सब होशियार हो जाएंगे वे आसमान से चांद सितारे तोड़ लाएंगे
सारे भ्रष्टाचारी लोभी लंपट काले धंधे में लिप्त सदाचारी
कई बलात्कारों के आरोपी बाल ब्रह्मचारी
अन्य अनैतिक कामों में लगे हुए बड़े-बड़े नामधारी सबको भारत महारत्न से नवाजा जाएगा
सारे झूठे बेईमानों को महा पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा
अन्याय आतंक भय भूख भ्रष्टाचार आम किए जाएंगे सदियों से यह शोषित हैं पोषित किए जाएंगे
हुजूर शरीफ पढ़े लिखे बुद्धिजीवी वर्ग को कुछ नहीं लिखा
अरे मूरख घोषणा पत्र देखकर वे इतने डर जाएंगे की बोट डालने ही नहीं आएंगे
और बता कोई छूटा तो नहीं
हुजूर नेता कुछ वरिष्ठ अफसर छूट गए हैं
अरे मूरख उनको क्या जरूरत, वे तो कहीं ना कहीं घुस जाएंगे
हुजूर यह घोषणाएं कब तक पूरी हो जाएंगी
बस कुर्सी पर बैठते ही सब हो जाएगा
फिर किसकी मजाल जो हमें याद दिलाएगा

सुरेश कुमार चतुर्वेदी

36 Views
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all

You may also like these posts

श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
सावन
सावन
Neha
..
..
*प्रणय*
आवाज मन की
आवाज मन की
Pratibha Pandey
वो भी थी क्या मजे की ज़िंदगी, जो सफ़र में गुजर चले,
वो भी थी क्या मजे की ज़िंदगी, जो सफ़र में गुजर चले,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कुछ बातें ज़रूरी हैं
कुछ बातें ज़रूरी हैं
Mamta Singh Devaa
শিবের কবিতা
শিবের কবিতা
Arghyadeep Chakraborty
गजल ए महक
गजल ए महक
Dr Mukesh 'Aseemit'
वो मुझसे आज भी नाराज है,
वो मुझसे आज भी नाराज है,
शेखर सिंह
दउरिहे भकोसना
दउरिहे भकोसना
आकाश महेशपुरी
रोला
रोला
seema sharma
आजकल भरी महफ़िल में सूना सूना लगता है,
आजकल भरी महफ़िल में सूना सूना लगता है,
डी. के. निवातिया
प्रस्तुति : ताटक छंद
प्रस्तुति : ताटक छंद
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
बुरा तो वही , जिसकी नियत बुरी है...
बुरा तो वही , जिसकी नियत बुरी है...
TAMANNA BILASPURI
ख़ुद की खोज
ख़ुद की खोज
Surinder blackpen
विषय-माँ।
विषय-माँ।
Priya princess panwar
"सियासत"
Dr. Kishan tandon kranti
वसुंधरा का क्रन्दन
वसुंधरा का क्रन्दन
Durgesh Bhatt
तलाश सूरज की
तलाश सूरज की
आशा शैली
मुक्ता सी बौछार के, दिलकश होते  रंग ।
मुक्ता सी बौछार के, दिलकश होते रंग ।
sushil sarna
मेरा वतन
मेरा वतन
Pushpa Tiwari
S666 là một trong những nhà cái nổi tiếng tại Việt Nam, chuy
S666 là một trong những nhà cái nổi tiếng tại Việt Nam, chuy
S666 S666HN.COM Nhà Cái Hàng Đầu Khu Vực Châu Á 2024
इंतज़ार एक दस्तक की।
इंतज़ार एक दस्तक की।
Manisha Manjari
कविता की बोली लगी
कविता की बोली लगी
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
कितना मुश्किल है केवल जीना ही ..
कितना मुश्किल है केवल जीना ही ..
Vivek Mishra
बेजुबानों से प्रेम
बेजुबानों से प्रेम
Sonam Puneet Dubey
जल है, तो कल है - पेड़ लगाओ - प्रदूषण भगाओ ।।
जल है, तो कल है - पेड़ लगाओ - प्रदूषण भगाओ ।।
Lokesh Sharma
हम दिल में मोहब्बत और सीने में कुरान रखते हैं ।
हम दिल में मोहब्बत और सीने में कुरान रखते हैं ।
Phool gufran
माँ तेरे आँचल तले...
माँ तेरे आँचल तले...
डॉ.सीमा अग्रवाल
पुरुष कठोर होते नहीं
पुरुष कठोर होते नहीं
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
Loading...