Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 May 2024 · 1 min read

बेजुबानों से प्रेम

बेजुबानों से प्रेम करने के लिए
उन्हें बंधक न बनाएं
आज़ादी के अलावा
उनके पास कुछ नहीं होता है
चूहे, कुत्ता ,बिल्ली, तोते पाल कर
प्रेम प्रकट नहीं होता है
प्रेम करना है तो
समस्त प्रकृति से करें
प्रकृति को सुरक्षित रखने हेतु प्रयत्न करें
मैंने देखा है ज्यादातर लोग
जो कुत्ते पालते हैं
अपनी सुरक्षा के लिए लेकिन
अपना क्रोध भी निकालते हैं
डंडों से मारते हैं
क्या यही प्रेम है??
कुत्ते के गले में पट्टा लगाकर
मारना ही प्रेम है क्या???
_ सोनम पुनीत दुबे

2 Likes · 167 Views
Books from Sonam Puneet Dubey
View all

You may also like these posts

I Am Always In Search Of The “Why”?
I Am Always In Search Of The “Why”?
Manisha Manjari
''दाएं-बाएं बैसाखी की पड़ते ही दरकार।
''दाएं-बाएं बैसाखी की पड़ते ही दरकार।
*प्रणय*
आसां  है  चाहना  पाना मुमकिन नहीं !
आसां है चाहना पाना मुमकिन नहीं !
Sushmita Singh
सावन बीत गया
सावन बीत गया
Suryakant Dwivedi
सबको राम राम राम
सबको राम राम राम
इंजी. संजय श्रीवास्तव
थोड़ा और
थोड़ा और
Varun Singh Gautam
सब छोड़ कर चले गए हमें दरकिनार कर के यहां
सब छोड़ कर चले गए हमें दरकिनार कर के यहां
VINOD CHAUHAN
स्त्री नख से शिख तक सुंदर होती है ,पुरुष नहीं .
स्त्री नख से शिख तक सुंदर होती है ,पुरुष नहीं .
पूर्वार्थ
जज्बात
जज्बात
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
चूहे
चूहे
Vindhya Prakash Mishra
ପରିଚୟ ଦାତା
ପରିଚୟ ଦାତା
Bidyadhar Mantry
महामानव पंडित दीनदयाल उपाध्याय
महामानव पंडित दीनदयाल उपाध्याय
Indu Singh
पिता का प्यार
पिता का प्यार
Befikr Lafz
मुझे साहित्य का ज्यादा ज्ञान नहीं है। न ही साहित्य मेरा विषय
मुझे साहित्य का ज्यादा ज्ञान नहीं है। न ही साहित्य मेरा विषय
Sonam Puneet Dubey
एक बार
एक बार
Shweta Soni
पहली बार का मिलन
पहली बार का मिलन
SURYA PRAKASH SHARMA
*माटी की संतान- किसान*
*माटी की संतान- किसान*
Harminder Kaur
‌‌‍ॠतुराज बसंत
‌‌‍ॠतुराज बसंत
Rahul Singh
ज़िम्मेदार ठहराया गया है मुझको,
ज़िम्मेदार ठहराया गया है मुझको,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सत्य साधना
सत्य साधना
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
आधारभूत निसर्ग
आधारभूत निसर्ग
Shyam Sundar Subramanian
मौत बाटे अटल
मौत बाटे अटल
आकाश महेशपुरी
हकीकत
हकीकत
P S Dhami
आपके मन की लालसा हर पल आपके साहसी होने का इंतजार करती है।
आपके मन की लालसा हर पल आपके साहसी होने का इंतजार करती है।
Paras Nath Jha
" नाखून "
Dr. Kishan tandon kranti
लड़ने को तो होती नहीं लश्कर की ज़रूरत
लड़ने को तो होती नहीं लश्कर की ज़रूरत
अंसार एटवी
గురువు కు వందనం.
గురువు కు వందనం.
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
- बीबी के पल्लू से झूल गए मां बाप को भूल गए -
- बीबी के पल्लू से झूल गए मां बाप को भूल गए -
bharat gehlot
हिंदी दिवस विशेष
हिंदी दिवस विशेष
Shubham Anand Manmeet
बह्र 2212 122 मुसतफ़इलुन फ़ऊलुन काफ़िया -आ रदीफ़ -रहा है
बह्र 2212 122 मुसतफ़इलुन फ़ऊलुन काफ़िया -आ रदीफ़ -रहा है
Neelam Sharma
Loading...