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16 May 2024 · 1 min read

“अल्फाज दिल के “

“अल्फाज दिल के ”
नजर न आऊ कभी ,
इतना इग्नोर भी न कर ।
बहुत दूर चला जाऊ ,
इतना मजबूर भी न कर।
…….✍️ योगेन्द्र चतुर्वेदी

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