वह कैसी

असफल साधना की कहानी वह कैसी
जरी जो जवानी नादानी वह कैसी
सूखी बगानी निशानी वह कैसी
प्रकृत सुहानी दीवानी वह कैसी
भूली भुलाई पराई वह कैसी
रूठी मनाई लडाई वह कैसी
छूटी कलाई सगाई वह कैसी
मारे कसाई भलाई वह कैसी
सागर में मोती खुदाई वह कैसी
नदियों की गीतें रुशवाई वह कैसी
बताओं सखी फिर जुदाई वह कैसी
बातों की अग्नि जलाई वह कैसी
भोली सी सूरत छुपाई वह कैसी
सहमी जो ठहरी लुगाई वह कैसी
बताओं सखी वह कहानी हैं कैसी
प्रेम मन्दिर की पुरी वह कहानी हैं कैसी