किसी और से इश्क़ दुबारा नहीं होगा
कि दिल, दिमाग, नींद, चैन सब ले गए तुम,
अब किसी और से हमे इश्क दुबारा नहीं होगा।
अगर ब्याह भी रचाया हमारे से किसी ने
तो वो शक्श कभी हमारा नहीं होगा।।
वो यूं तड़पता रह जाएगा,
पर फिर भी मेरा कंधा उसका सहारा नहीं होगा।
ठंड में वो ठिठुर के मर जाएगा
पर मेरी बाहों का कभी सहारा नहीं होगा।।
खुद की जिंदगी बर्बाद करूंगी ही मैं
साथ में उस शक्श का भी गुजारा नहीं होगा।
क्यों तबाह करना चाहते हो 2 जिंदगियां
जब पता है तुम्हें कि ये मुझे कभी गंवारा नही होगा।।
तुम आओ, मेरा हाथ थाम लो
तो फिर किसी की जिंदगी में अंधियारा नहीं होगा।
तुम्हें तो अच्छे से पता है, तेरे बिना मेरी जिंदगी का गुजारा नहीं होगा।।