Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Sep 2024 · 1 min read

जिंदगी गवाह हैं।

जिंदगी गवाह हैं।
न नफ़रत चाहिए, ना ,मोहब्बत चाहिए।
इससे परे वह आसमां चाहिए।
जिसमें जी उठे ( द्वैत) द्वंद्व भरा जीवन।
ना न, नफ़रत चाहिए ना, मोहब्बत चाहिए।
वो होश, सुकून खोज पल चाहिए।
ना, नफ़रत चाहिए, ना,मोहब्बत चाहिए।
जिंदगी गवाह है, दोनों में बर्बाद हुए हैं।-

-डॉ . सीमा कुमारी।26-9-024की स्वरचित रचना है मेरी।

1 Like · 287 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

पंचचामर छंद एवं चामर छंद (विधान सउदाहरण )
पंचचामर छंद एवं चामर छंद (विधान सउदाहरण )
Subhash Singhai
*सबके मन में आस है, चलें अयोध्या धाम (कुंडलिया )*
*सबके मन में आस है, चलें अयोध्या धाम (कुंडलिया )*
Ravi Prakash
यूं प्यार में ज़िंदगी भी तबाह हो जाती है,
यूं प्यार में ज़िंदगी भी तबाह हो जाती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
संघर्ष
संघर्ष
जय लगन कुमार हैप्पी
" शिक्षक "
Dr. Kishan tandon kranti
मिट्टी का बदन हो गया है
मिट्टी का बदन हो गया है
Surinder blackpen
दुःख  से
दुःख से
Shweta Soni
साड़ी
साड़ी
लक्ष्मी सिंह
बसंत
बसंत
Lovi Mishra
विवेकवान मशीन
विवेकवान मशीन
Sandeep Pande
मोहब्बते
मोहब्बते
डिजेन्द्र कुर्रे
कल है हमारा
कल है हमारा
Kunwar kunwar sarvendra vikram singh
प्रेम दिवानों  ❤️
प्रेम दिवानों ❤️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
#जंगल_डायरी_से_एक_नई_कथा :-
#जंगल_डायरी_से_एक_नई_कथा :-
*प्रणय प्रभात*
महाकुंभ हैं, ये महाकुंभ
महाकुंभ हैं, ये महाकुंभ
ललकार भारद्वाज
*मोबाइल सी ये जिंदगी*
*मोबाइल सी ये जिंदगी*
shyamacharan kurmi
तुम भी पत्थर
तुम भी पत्थर
shabina. Naaz
भ्रूण हत्या:अब याचना नहीं रण होगा....
भ्रूण हत्या:अब याचना नहीं रण होगा....
पं अंजू पांडेय अश्रु
भुला न पाऊँगी तुम्हें....!
भुला न पाऊँगी तुम्हें....!
शिवम "सहज"
प्रदूषण
प्रदूषण
Rajesh Kumar Kaurav
भोजन से यदि भूख न मिटे।
भोजन से यदि भूख न मिटे।
Acharya Shilak Ram
2989.*पूर्णिका*
2989.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हम भी खिलेंगे कभी
हम भी खिलेंगे कभी
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
नजर तुम पर रहे रब की
नजर तुम पर रहे रब की
gurudeenverma198
मोदी को सुझाव
मोदी को सुझाव
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
दिल में हिन्दुस्तान रखना आता है
दिल में हिन्दुस्तान रखना आता है
नूरफातिमा खातून नूरी
गुमाँ हैं हमको हम बंदर से इंसाँ बन चुके हैं पर
गुमाँ हैं हमको हम बंदर से इंसाँ बन चुके हैं पर
Johnny Ahmed 'क़ैस'
— नारी न होती तो —
— नारी न होती तो —
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
संयम रख ऐ जिंदगी, बिखर सी गई हू |
संयम रख ऐ जिंदगी, बिखर सी गई हू |
Sakshi Singh
मुहब्बत से हराना चाहता हूं
मुहब्बत से हराना चाहता हूं
अरशद रसूल बदायूंनी
Loading...