भोजन से यदि भूख न मिटे।

भोजन से यदि भूख न मिटे।
ऐसा भोजन भी क्या भोजन है।।
किए का फल मिले बाद में।
ऐसा ‘कर्मयोग’ निष्प्रयोजन है।।
आचार्य शीलक राम
भोजन से यदि भूख न मिटे।
ऐसा भोजन भी क्या भोजन है।।
किए का फल मिले बाद में।
ऐसा ‘कर्मयोग’ निष्प्रयोजन है।।
आचार्य शीलक राम