Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 May 2024 · 1 min read

नव पल्लव आए

नव पल्लव आए तन तरु में
जब पतझड़ से अवकाश मिला
रोमांचित रोमावली अजिर
उर उपवन में नव कुसुम खिला
💐
फिर से नूतन आशा जागी
लगता उपलब्धि पुनः सम्भव
अब मिलन अगोचर से होगा
श्रवणों में गुंजित होता रव
💐
इस अनहद रव का चमत्कार
यह मुझे नहीं सोने देता
मेरा अनमोल समय मुझसे
यह बरबस नित्य छीन लेता
💐
अब पथिक इसी पथ का हूँ मैं
यद्यपि न रंच मजबूरी है
पर जब तक मैं न बढ़ूँ आगे
लगता साधना अधूरी है

महेश चन्द्र त्रिपाठी

Language: Hindi
1 Like · 261 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from महेश चन्द्र त्रिपाठी
View all

You may also like these posts

कभी ताना कभी तारीफ मिलती है
कभी ताना कभी तारीफ मिलती है
Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal (कौशलेंद्र सिंह)
इस सियासत की अगर मुझको अक्ल आ जाए
इस सियासत की अगर मुझको अक्ल आ जाए
Shweta Soni
2980.*पूर्णिका*
2980.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मन और मौन
मन और मौन
पूर्वार्थ
ख़ुशियों की दुकान सजाये
ख़ुशियों की दुकान सजाये
Chitra Bisht
ईर्ष्या
ईर्ष्या
Rambali Mishra
मेरी आँखों में देखो
मेरी आँखों में देखो
हिमांशु Kulshrestha
औरत को घर मिलता तो नसीब से है
औरत को घर मिलता तो नसीब से है
Ranjeet kumar patre
राधिका मनमीत मोहन श्याम साँवरिया।
राधिका मनमीत मोहन श्याम साँवरिया।
Neelam Sharma
तेरी खुशी
तेरी खुशी
Dr fauzia Naseem shad
"पाठशाला"
Dr. Kishan tandon kranti
तुम्हें खोना
तुम्हें खोना
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
बनि गेलहूँ मित्र त तकैत रहू ,
बनि गेलहूँ मित्र त तकैत रहू ,
DrLakshman Jha Parimal
क्रोध
क्रोध
Rj Anand Prajapati
Don't Be Judgemental...!!
Don't Be Judgemental...!!
Ravi Betulwala
मिलने के समय अक्सर ये दुविधा होती है
मिलने के समय अक्सर ये दुविधा होती है
Keshav kishor Kumar
आम नहीं, खास हूँ मैं- Dedicated to all women
आम नहीं, खास हूँ मैं- Dedicated to all women
Ami
तन मन धन से लूटते,
तन मन धन से लूटते,
sushil sarna
जय माँ ब्रह्मचारिणी
जय माँ ब्रह्मचारिणी
©️ दामिनी नारायण सिंह
" मेरी ओकात क्या"
भरत कुमार सोलंकी
मेरी भावों में डूबी ग़ज़ल आप हैं
मेरी भावों में डूबी ग़ज़ल आप हैं
Dr Archana Gupta
सोचा था कि नववर्ष में
सोचा था कि नववर्ष में
gurudeenverma198
म
*प्रणय प्रभात*
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
"मेरी क्रिसमस"
TAMANNA BILASPURI
जेल डायरी (शेर सिंह राणा)
जेल डायरी (शेर सिंह राणा)
Indu Singh
वतन परस्त लोग थे, वतन को जान दे गए
वतन परस्त लोग थे, वतन को जान दे गए
Neelofar Khan
पुनर्जन्म का नव संबंध
पुनर्जन्म का नव संबंध
Sudhir srivastava
'भारत पुत्री'
'भारत पुत्री'
Godambari Negi
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...