Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Jan 2024 · 1 min read

कभी ताना कभी तारीफ मिलती है

कभी ताना कभी तारीफ मिलती है।
सही है जिन्दगी अक्सर मचलती है।।
1222, 1222, 1222
न घबराओ कभी संकट अगर आते।
कभी फूलों कभी काटों टहलती है।।

दुखों के दिन नहीं कटते मगर सुख के।
दिनों में जिन्दगी रफ्तार चलती है।।

सुनो मेहनत सदा करते रहो खुश दिल।
अगर आलस किये तो उम्र घटती है।।

निकालो द्वेष दिल से प्रेम रक्खो बस।
सुहानी जिन्दगी ‘कौशल’ चहकती है।।
कौशलेन्द्र सिंह लोधी कौशल

Language: Hindi
213 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal (कौशलेंद्र सिंह)
View all

You may also like these posts

फितरत
फितरत
Deepesh Dwivedi
यदि किछ तोर बाजौ
यदि किछ तोर बाजौ
श्रीहर्ष आचार्य
*आए यों जग में कई, राजा अति-विद्वान (कुंडलिया)*
*आए यों जग में कई, राजा अति-विद्वान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
हटा 370 धारा
हटा 370 धारा
लक्ष्मी सिंह
The Misfit...
The Misfit...
R. H. SRIDEVI
*कांटों की सेज*
*कांटों की सेज*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
"हिसाब"
Dr. Kishan tandon kranti
हास्य - रायते का चक्कर
हास्य - रायते का चक्कर
Sudhir srivastava
काश यह रिवाज हमारे यहाँ भी होता,
काश यह रिवाज हमारे यहाँ भी होता,
Shakil Alam
वे सोचते हैं कि मार कर उनको
वे सोचते हैं कि मार कर उनको
VINOD CHAUHAN
15)”शिक्षक”
15)”शिक्षक”
Sapna Arora
मुक्तक-विन्यास में एक तेवरी
मुक्तक-विन्यास में एक तेवरी
कवि रमेशराज
मित्रता
मित्रता
Rambali Mishra
National YOUTH Day
National YOUTH Day
Tushar Jagawat
बेटियां
बेटियां
पूर्वार्थ
धीरे-धीरे ला रहा, रंग मेरा प्रयास ।
धीरे-धीरे ला रहा, रंग मेरा प्रयास ।
sushil sarna
हमेशा फूल दोस्ती
हमेशा फूल दोस्ती
Shweta Soni
मैं मेरी कहानी और मेरी स्टेटस सब नहीं समझ पाते और जो समझ पात
मैं मेरी कहानी और मेरी स्टेटस सब नहीं समझ पाते और जो समझ पात
Ranjeet kumar patre
*बे मौत मरता  जा रहा है आदमी*
*बे मौत मरता जा रहा है आदमी*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हमने तुम्हें क्या समझा था,
हमने तुम्हें क्या समझा था,
ओनिका सेतिया 'अनु '
समय के आ मुसीबत के...
समय के आ मुसीबत के...
आकाश महेशपुरी
एक थी नदी
एक थी नदी
सोनू हंस
रावण तो अब भी ज़िन्दा है !
रावण तो अब भी ज़िन्दा है !
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
कार्तिक पूर्णिमा  की शाम भगवान शिव की पावन नगरी काशी  की दिव
कार्तिक पूर्णिमा की शाम भगवान शिव की पावन नगरी काशी की दिव
Shashi kala vyas
सब धरा का धरा रह जायेगा
सब धरा का धरा रह जायेगा
Pratibha Pandey
दिल को लगाया है ,तुझसे सनम ,   रहेंगे जुदा ना ,ना  बिछुड़ेंगे
दिल को लगाया है ,तुझसे सनम , रहेंगे जुदा ना ,ना बिछुड़ेंगे
DrLakshman Jha Parimal
खिचड़ी यदि बर्तन पके,ठीक करे बीमार । प्यासा की कुण्डलिया
खिचड़ी यदि बर्तन पके,ठीक करे बीमार । प्यासा की कुण्डलिया
Vijay kumar Pandey
सबसे क़ीमती क्या है....
सबसे क़ीमती क्या है....
Vivek Mishra
स्टेटस बड़ी चीज़ है
स्टेटस बड़ी चीज़ है
Chitra Bisht
जीवन रंगमंच
जीवन रंगमंच
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
Loading...