Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Aug 2023 · 2 min read

यह ज़िंदगी है आपकी

इसमें कोई अतिश्योक्ति नहीं कि यह ज़िन्दगी आपकी है और आपका पूरा हक़ बनता है कि आप अपनी ज़िन्दगी को अपने अंदाज़ में और अपने हिसाब से जियें, और इसके लिए बहुत ज़रूरी है कि आप कभी भी स्वयं को किसी के नज़रिये से देखने का प्रयास न करे, कोई आपके बारें में क्या विचारधारा रखता है, क्या सोचता है, सोचने दें, ये उसकी मानसिकता पर छोड़ें, आप बस अपनी नज़रों से स्वयं को देखें और इस बात पर पूर्ण विश्वास रखें कि आपको आपसे बेहतर कोई नहीं समझता और न ही समझ सकता है, इसलिए अपनी सोच को हर सोच से हमेशा ऊपर रखें, स्वयं को पर्याप्त समय दे, स्वयं से प्यार करें वहीं अपनी भावनाओं और अपने विचारो का सम्मान भी करें, दूसरों के विचारो को सुने, समझें वहीं अपने दृष्टिकोण और विचारो को भी दूसरों के समक्ष रखना सीखें, अपने जीवन में हां और न के महत्व को समझें और उसका सही स्थान पर प्रयोग करना भी सीखें, दूसरों के प्रभावशाली व्यक्तित्व के आगे स्वयं को कमतर समझने या कमतर आंकने की भूल, भूल कर भी न करें और न ही कभी स्वयं की तुलना दूसरों से करें।
बहरहाल आप हो या मैं हम सब में विशेषताओं का अथाह भंडार छुपा हुआ है, आवश्यकता तो केवल हमारे और आपके प्रयासो के माध्यम से उन विशेषताओं को स्वयं का मूल्य समझ लेता है वो जीवन में कभी असफलता का मुंह नहीं देखता और जो इस ज़िन्दगी के महत्व को समझ कर भी नहीं समझता वो कब इस दुनिया में आता है और कब चला जाता है किसी को ज्ञात नहीं होता इसलिए हमारा प्रयास होना चाहिए कि हम गुमनाम मौत न मरे, अपनी ज़िन्दगी में कुछ ऐसा सार्थक करने का प्रयास करें कि दुनिया में हमें जीते जी ही नहीं हमारे न होने के उपरान्त भी हमें हमारी उपलब्धियों के लिए याद करें, इसलिए बहुत आवश्यक है कि हम समय की कद्र करना सीखें और ज़िन्दगी के महत्व को समझें अपनी क्षमताओं और विशेषताओं को पहचाने कल की चिंता को छोड़ कर बस आज में जीना सीखें, व्यर्थ के तनाव को अपने पास भी न फटकने, ध्यान रहे कि उम्मीदों का अधिक दवाब भी आपकी सांसों का बोझ बनता है जो आपके स्वास्थ्य को खराब करने का महत्वपूर्ण कारण बनता है, इसलिए अधिक उम्मीदों को अलविदा कहें, शान्त मन और शान्त दिमाग़ से अपनी समस्याओं का समाधान तलाशे, अन्त में बस इतना ही कहूँगी कि यह ज़िन्दगी आपकी है और इसे कैसे जीना है और कैसे यादगार बनाना है आपसे बेहतर कोई नहीं जानता इसलिए जिये अपनी ज़िन्दगी भरपूर तरीके से अपने अंदाज़ में ज्ञात रहे तभी है। आपकी ज़िन्दगी जब आप हैं आप नहीं तो फिर इस ज़िन्दगी के कोई मायने नहीं रह जाते हैं बाकी आप स्वयं समझदार हैं।
डॉ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: लेख
8 Likes · 366 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

........
........
शेखर सिंह
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
भोजपुरी के संवैधानिक दर्जा बदे सरकार से अपील
भोजपुरी के संवैधानिक दर्जा बदे सरकार से अपील
आकाश महेशपुरी
"जीने की तमन्ना"
Rahul Singh
रँगि देतs हमहू के कान्हा
रँगि देतs हमहू के कान्हा
सिद्धार्थ गोरखपुरी
डिफाल्टर
डिफाल्टर
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
एथिकल AI से डरने की जरूरत नहीं
एथिकल AI से डरने की जरूरत नहीं
अरशद रसूल बदायूंनी
#लघुकथा
#लघुकथा
*प्रणय प्रभात*
प्रदूषण
प्रदूषण
Pushpa Tiwari
ग़ज़ल...04
ग़ज़ल...04
आर.एस. 'प्रीतम'
शाम
शाम
Ruchika Rai
आडम्बरी पाखंड
आडम्बरी पाखंड
Lodhi Shyamsingh Rajput "Tejpuriya"
हम दीपावली मनाएँगे (बाल कविता)
हम दीपावली मनाएँगे (बाल कविता)
Ravi Prakash
व्यर्थ जीवन
व्यर्थ जीवन
Shekhar Chandra Mitra
"इंसान, इंसान में भगवान् ढूंढ रहे हैं ll
पूर्वार्थ
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*सत्य की खोज*
*सत्य की खोज*
Rambali Mishra
आप अच्छे लगे
आप अच्छे लगे
ruchi sharma
"सनद रहे"
Dr. Kishan tandon kranti
बचपन
बचपन
PRATIK JANGID
सरल-सहज है तुम्हारी सूरत
सरल-सहज है तुम्हारी सूरत
Acharya Shilak Ram
असत्य सब जी रहे
असत्य सब जी रहे
Rajesh Kumar Kaurav
” सुन कोरोना ! ”
” सुन कोरोना ! ”
ज्योति
कभी सोचा है सपने क्या होते हैं?
कभी सोचा है सपने क्या होते हैं?
पूर्वार्थ देव
भूप
भूप
Shriyansh Gupta
3683.💐 *पूर्णिका* 💐
3683.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
हर क्षण का
हर क्षण का
Dr fauzia Naseem shad
खाया-पिया,
खाया-पिया,
TAMANNA BILASPURI
मैं बहुत कुछ जानता हूँ
मैं बहुत कुछ जानता हूँ
Arun Prasad
2122   1122  1122  22
2122 1122 1122 22
sushil yadav
Loading...