Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Jan 2024 · 1 min read

मिलने के समय अक्सर ये दुविधा होती है

मिलने के समय अक्सर ये दुविधा होती है
उससे छुपकर ही देखने में सुविधा होती है
मुलाक़ात करूं या बात करूं मैं समझ नहीं पाता हूं
मन करता है बैठे रहूं जब उसके पास बैठ जाता हूं

– केशव

195 Views

You may also like these posts

बेबाक ज़िन्दगी
बेबाक ज़िन्दगी
Neelam Sharma
तेवरीः तेवरी है, ग़ज़ल नहीं +रमेशराज
तेवरीः तेवरी है, ग़ज़ल नहीं +रमेशराज
कवि रमेशराज
- कैसी व्यभिचारीता और कैसी आसक्ति -
- कैसी व्यभिचारीता और कैसी आसक्ति -
bharat gehlot
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
पुष्प का अभिमान
पुष्प का अभिमान
meenu yadav
इस सियासत की अगर मुझको अक्ल आ जाए
इस सियासत की अगर मुझको अक्ल आ जाए
Shweta Soni
हम तुम
हम तुम
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
जीवन तो एक विरल सफर है
जीवन तो एक विरल सफर है
VINOD CHAUHAN
यायावर
यायावर
Satish Srijan
मैंने चुना है केसरिया रंग मेरे तिरंगे का
मैंने चुना है केसरिया रंग मेरे तिरंगे का
Saraswati Bajpai
कमजोर न होती स्त्रियां
कमजोर न होती स्त्रियां
Radha Bablu mishra
यादों की याद रखना
यादों की याद रखना
Dr. Rajeev Jain
क्यों न आएं?
क्यों न आएं?
Ghanshyam Poddar
गोपियों का विरह– प्रेम गीत
गोपियों का विरह– प्रेम गीत
Abhishek Soni
"आदर्श मनुष्य" (Ideal Person):
Dhananjay Kumar
"सच्चा प्रेमी"
Dr. Kishan tandon kranti
..
..
*प्रणय*
जीवन और जिंदगी
जीवन और जिंदगी
Neeraj Agarwal
जय हिन्दू जय हिंदुस्तान,
जय हिन्दू जय हिंदुस्तान,
कृष्णकांत गुर्जर
ग़ज़ल (बिन रोशनाई लिख दी ज्यो चाँद ने रुबाई)
ग़ज़ल (बिन रोशनाई लिख दी ज्यो चाँद ने रुबाई)
डॉक्टर रागिनी
प्रकट भये दीन दयाला
प्रकट भये दीन दयाला
Bodhisatva kastooriya
तस्मात् योगी भवार्जुन
तस्मात् योगी भवार्जुन
सुनीलानंद महंत
कुंडलिया
कुंडलिया
गुमनाम 'बाबा'
*जीवन में जो पाया जिसने, उस से संतुष्टि न पाता है (राधेश्याम
*जीवन में जो पाया जिसने, उस से संतुष्टि न पाता है (राधेश्याम
Ravi Prakash
ख़ुद्दारी
ख़ुद्दारी
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
आंसू
आंसू
sheema anmol
आज़ाद पैदा हुआ आज़ाद था और आज भी आजाद है।मौत के घाट उतार कर
आज़ाद पैदा हुआ आज़ाद था और आज भी आजाद है।मौत के घाट उतार कर
Rj Anand Prajapati
**!! अलविदा दीपावली !!*
**!! अलविदा दीपावली !!*"
AVINASH (Avi...) MEHRA
ग़ज़ल __ कुछ लोग झूठ बोल के , मशहूर हो गए।
ग़ज़ल __ कुछ लोग झूठ बोल के , मशहूर हो गए।
Neelofar Khan
उसके जाने से
उसके जाने से
Minal Aggarwal
Loading...