Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Feb 2025 · 1 min read

राधिका मनमीत मोहन श्याम साँवरिया।

राधिका मनमीत मोहन श्याम साँवरिया।
हर घड़ी हर क्षण भजूँ तुमको मैं बावरिया।।
नीलम शर्मा ✍️

25 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

तीस की उम्र में
तीस की उम्र में
Urmil Suman(श्री)
नंगा चालीसा [ रमेशराज ]
नंगा चालीसा [ रमेशराज ]
कवि रमेशराज
आजकल लोग बहुत निष्ठुर हो गए हैं,
आजकल लोग बहुत निष्ठुर हो गए हैं,
ओनिका सेतिया 'अनु '
#शीर्षक:- गणेश वंदन
#शीर्षक:- गणेश वंदन
Pratibha Pandey
चंद शेर
चंद शेर
Shashi Mahajan
मुझसे बेज़ार ना करो खुद को
मुझसे बेज़ार ना करो खुद को
Shweta Soni
निस दिवस मां नाम रटूं, धर हिवड़े में ध्यांन।
निस दिवस मां नाम रटूं, धर हिवड़े में ध्यांन।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
अल्फाज़.......दिल के
अल्फाज़.......दिल के
Neeraj Kumar Agarwal
സങ്കടപ്പുഴയിൽ.
സങ്കടപ്പുഴയിൽ.
Heera S
"विचारों की उड़ान" (Flight of Thoughts):
Dhananjay Kumar
पढी -लिखी लडकी रोशन घर की
पढी -लिखी लडकी रोशन घर की
Swami Ganganiya
साजे दिल तोड़ के आवाज़ की बातें न करो
साजे दिल तोड़ के आवाज़ की बातें न करो
Kanchan Gupta
हिंदुस्तान के लाल
हिंदुस्तान के लाल
Aman Kumar Holy
सुधीर श्रीवास्तव को विधा वाचस्पति मानद उपाधि
सुधीर श्रीवास्तव को विधा वाचस्पति मानद उपाधि
Sudhir srivastava
कर रहे नजरों से जादू उफ़ नशा हो जाएगा ।
कर रहे नजरों से जादू उफ़ नशा हो जाएगा ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
उसकी मर्ज़ी पे सर झुका लेना ,
उसकी मर्ज़ी पे सर झुका लेना ,
Dr fauzia Naseem shad
सिर्फ खुशी में आना तुम
सिर्फ खुशी में आना तुम
Jitendra Chhonkar
* पावन धरा *
* पावन धरा *
surenderpal vaidya
*चुनाव: छह दोहे*
*चुनाव: छह दोहे*
Ravi Prakash
हम उस पीढ़ी के लोग है
हम उस पीढ़ी के लोग है
Indu Singh
मकान जले तो बीमा ले सकते हैं,
मकान जले तो बीमा ले सकते हैं,
पूर्वार्थ
ना समझ आया
ना समझ आया
Dinesh Kumar Gangwar
3872.💐 *पूर्णिका* 💐
3872.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
नारी शक्ति
नारी शक्ति
भरत कुमार सोलंकी
संयम रख ऐ जिंदगी, बिखर सी गई हू |
संयम रख ऐ जिंदगी, बिखर सी गई हू |
Sakshi Singh
गीत- रहें मिलकर सजाएँ प्यार से...
गीत- रहें मिलकर सजाएँ प्यार से...
आर.एस. 'प्रीतम'
माँ
माँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कृष्णा तेरी  बांसुरी , जब- जब  छेड़े  तान ।
कृष्णा तेरी बांसुरी , जब- जब छेड़े तान ।
sushil sarna
सोना बन..., रे आलू..!
सोना बन..., रे आलू..!
पंकज परिंदा
" बेताबियाँ "
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...