Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Feb 2024 · 1 min read

अधूरी ख्वाहिशें

अधूरी ख्वाहिशों का बाजार ये
यहाँ ख्वाहिशों के सौदागर,
मिट्टी को धवल कागजों में
लपेट कर बेचते हुए बाजीगर।

किसकी कब पूरी हुई यहाँ
हर वह ख्वाहिशें शिद्दत से,
देखा नहीं ऐसा कोई बाजीगर
हमने इस जमीन पर मुद्दत से।

मुझे लगता है जिस दिन पूरी
हो जायेगी हर ख्वाहिशें तेरी,
चिरंतन चक्र दुनिया का फिर
शेष क्या चाह रह जायेगी मेरी।

न तुम्हे किसी की जरूरत और
किसी को तेरी नही रहेगी,
समाप्त जीने का मकसद होगा
सृष्टि कर्म रुक कर रहेगी।

यह एक पूरी होती नही कि
दूसरी सर उठा लेती है,
सच कहें तो ये हमे जीने का
एक मकसद सदा से देती है।

निर्मेष ये ख्वाहिशें ही अधूरी
जिसकी चाह में हम जीते है,
न जाने कितने जहर को हम
अमृत समझ कर पीते है।

पर ये न कभी पूरी हो सकी है
और न कभी पूरी हो कर रहेगी,
अधूरी ख्वाहिशों के बल पर ही
यह दुनिया सनातन चलेगी।

निर्मेष

1 Like · 137 Views
Books from Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
View all

You may also like these posts

*स्वप्न को साकार करे साहस वो विकराल हो*
*स्वप्न को साकार करे साहस वो विकराल हो*
पूर्वार्थ
कैसा होगा भारत का भविष्य
कैसा होगा भारत का भविष्य
gurudeenverma198
अध्यापक दिवस
अध्यापक दिवस
SATPAL CHAUHAN
**जिंदगी रेत का ढेर है**
**जिंदगी रेत का ढेर है**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
तुम मुझमें अंगार भरो
तुम मुझमें अंगार भरो
Kirtika Namdev
3053.*पूर्णिका*
3053.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*भारत*
*भारत*
सुनीलानंद महंत
तेरी हुसन ए कशिश  हमें जीने नहीं देती ,
तेरी हुसन ए कशिश हमें जीने नहीं देती ,
Umender kumar
मैं ज़िंदगी के सफर मे बंजारा हो गया हूँ
मैं ज़िंदगी के सफर मे बंजारा हो गया हूँ
Bhupendra Rawat
नियोजित शिक्षक का भविष्य
नियोजित शिक्षक का भविष्य
साहिल
गमन जगत से जीव का,
गमन जगत से जीव का,
sushil sarna
हो गया जो दीदार तेरा, अब क्या चाहे यह दिल मेरा...!!!
हो गया जो दीदार तेरा, अब क्या चाहे यह दिल मेरा...!!!
AVINASH (Avi...) MEHRA
बंधी मुठ्ठी लाख की : शिक्षक विशेषांक
बंधी मुठ्ठी लाख की : शिक्षक विशेषांक
Dr.Pratibha Prakash
रिश्ते नातों के बोझ को उठाए फिरता हूॅ॑
रिश्ते नातों के बोझ को उठाए फिरता हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
हिन्दुत्व, एक सिंहावलोकन
हिन्दुत्व, एक सिंहावलोकन
मनोज कर्ण
उसके आँसू
उसके आँसू
Sudhir srivastava
🙅व्यूज़ की पाठशाला🙅
🙅व्यूज़ की पाठशाला🙅
*प्रणय*
दस्तक
दस्तक
Satish Srijan
भीम बाबा ने सबको कहा है
भीम बाबा ने सबको कहा है
Buddha Prakash
बॉटल
बॉटल
GOVIND UIKEY
चाहे लाख महरूमियां हो मुझमे,
चाहे लाख महरूमियां हो मुझमे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
परोपकार!
परोपकार!
Acharya Rama Nand Mandal
मन
मन
Sûrëkhâ
"हार्ड वर्क"
Dr. Kishan tandon kranti
कोई चाहे तो पता पाए, मेरे दिल का भी
कोई चाहे तो पता पाए, मेरे दिल का भी
Shweta Soni
मुसलसल ईमान रख
मुसलसल ईमान रख
Bodhisatva kastooriya
कोरोना कविता
कोरोना कविता
Mangu singh
खेलों का महत्व
खेलों का महत्व
विजय कुमार अग्रवाल
दोस्ती
दोस्ती
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
21-- 🌸 और वह? 🌸
21-- 🌸 और वह? 🌸
Mahima shukla
Loading...