एक खत जिंदगी के नाम
एक खत जिंदगी के नाम
सुनो जिंदगी ;
सुनो जिंदगी मेरी हर सांसे कर्जदार है तुम्हारी !
जिंदगी अगर तुम मेरे संग ना होते
तो कोई गम ना होता ।
ना होता ऐहसास खुशियों का ना अच्छे बुरे दिनों का आना जाना होता ।
ना होती मैं इस दुनिया में ,ना सहनी परती मेरे मन को वेदना ।
ना सतना ना सताना होता !
जिंदगी अगर तुम ना होती तो कोई गम ना होता ॥
झांकू अपने बीते जिवन में तो वक्त ने कई ऐसे मोर लाए जहां मिली मुझे उम्मीद से ज्यादा खुशियां !
तो मिले हैं कई बार असहनीय दुख भी
उन बुरे वक्त में जिंदगी मैंने कई बार
तुम्हे कोसा , दुत्कारता पर तुम चुपचाप
मेरे अपशब्द सुनती रहीं , सासें बनकर
मेरे सिने में धड़कती रहीं ।
शुक्रिया ऐ जिंदगी मेरे साथ रहने
निभाने के लिए … शुक्रिया ॥