Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Oct 2023 · 1 min read

Just like a lonely star, I am staying here visible but far.

Just like a lonely star, I am staying here, visible but far,
Smiling like an idiot, and proud of my every scar.
While everything is changing around, my heart stays constant and calm,
Filled with numerous memories, working like a soothing balm.
So many eyes are stuck on me, wanting to see me break away,
Being strong has become my habit, so I can’t accept that wish today.
The path of the moon is in another horizon, so darkness remains,
The core of my pain radiates strength, showering its light like the sun’s flames.
Tears are easy to form, but releasing them is not my usual norm,
Sometimes they forget to inform and hit the sea like a storm.
Lost in this vast universe, I still long my distant home,
But you turned to ashes and left me here condemned to endlessly roam.
One day, I too will break away, kiss the earth, and bid goodbye,
That day, I know you will come, take my hand, and together, we’ll ascend the sky

3 Likes · 345 Views
Books from Manisha Manjari
View all

You may also like these posts

राह नहीं मंजिल नहीं बस अनजाना सफर है
राह नहीं मंजिल नहीं बस अनजाना सफर है
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
गम
गम
इंजी. संजय श्रीवास्तव
कंपीटेटिव एग्जाम: ज्ञान का भूलभुलैया
कंपीटेटिव एग्जाम: ज्ञान का भूलभुलैया
पूर्वार्थ
" धूप-छाँव "
Dr. Kishan tandon kranti
झूठ की जीत नहीं
झूठ की जीत नहीं
shabina. Naaz
जीवन में अहम और वहम इंसान की सफलता को चुनौतीपूर्ण बना देता ह
जीवन में अहम और वहम इंसान की सफलता को चुनौतीपूर्ण बना देता ह
Lokesh Sharma
क्यूट हो सुंदर हो प्यारी सी लगती
क्यूट हो सुंदर हो प्यारी सी लगती
Jitendra Chhonkar
😊 व्यक्तिगत मत :--
😊 व्यक्तिगत मत :--
*प्रणय*
सृष्टि की रचना हैं
सृष्टि की रचना हैं
Ajit Kumar "Karn"
जिंदगी
जिंदगी
लक्ष्मी सिंह
झुकता हूं.......
झुकता हूं.......
A🇨🇭maanush
आप और हम जीवन के सच... मांँ और पत्नी
आप और हम जीवन के सच... मांँ और पत्नी
Neeraj Agarwal
आवाहन
आवाहन
Shyam Sundar Subramanian
हर उम्र है
हर उम्र है
Manoj Shrivastava
भावों की पोटली है: पोटली......एहसासों की
भावों की पोटली है: पोटली......एहसासों की
Sudhir srivastava
मजदूर की करुणा
मजदूर की करुणा
उमा झा
In Love, Every Pain Dissolves
In Love, Every Pain Dissolves
Dhananjay Kumar
हम खुद में घूमते रहे बाहर न आ सके
हम खुद में घूमते रहे बाहर न आ सके
Dr Archana Gupta
*जन्म-दिवस आते रहें साल दर साल यूँ ही*
*जन्म-दिवस आते रहें साल दर साल यूँ ही*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बायण बायण म्है करूं, बायण  म्हारी  मात।
बायण बायण म्है करूं, बायण म्हारी मात।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
सुन लो प्रिय अब किसी से प्यार न होगा।/लवकुश यादव
सुन लो प्रिय अब किसी से प्यार न होगा।/लवकुश यादव "अजल"
लवकुश यादव "अज़ल"
।। नीव ।।
।। नीव ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
मुहब्बत क्या बला है
मुहब्बत क्या बला है
Arvind trivedi
अधूरा इश्क़
अधूरा इश्क़
Dipak Kumar "Girja"
दो नयनों की रार का,
दो नयनों की रार का,
sushil sarna
4382.*पूर्णिका*
4382.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हिंदी दिवस
हिंदी दिवस
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
रफ़ता रफ़ता न मुझको सता ज़िन्दगी.!
रफ़ता रफ़ता न मुझको सता ज़िन्दगी.!
पंकज परिंदा
कहना क्या
कहना क्या
Awadhesh Singh
प्यार करने वाले
प्यार करने वाले
Pratibha Pandey
Loading...