Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Aug 2024 · 1 min read

नारी….. एक खोज

शीर्षक – नारी… एक खोज
************””””******
सच तो नारी शक्ति हम कहते हैं।
बस हमें जीवन जिंदगी देती हैं।
मांँ बहन और पत्नी प्रेमिका होती हैं।
नजर में उसकी एक खोज रहती हैं।
पुरुष की सोच वो सच रखतीं हैं।
धन और आर्थिक संपन्नता सोचतीं हैं।
नारी का जीवन सजना और संवारना हैं।
घर और परिवार को सहयोग करना हैं। बस आधुनिक समय में नौकरी करतीं हैं।
मन की चंचलता को सहयोग करती हैं।
हम पौरुष बल से जीत समझते हैं।
नारी के मन भावों को न समझते हैं।
हां आंखों में एक सच वह रखतीं हैं।
दिल और मन विश्वास वाले से कहती हैं।
शरीर और मन के साथ नारी रहतीं हैं।
मन और विचारों से नारी गहरी होती हैं।
हम पति प्रेमी दोस्त बन हम जाते हैं।
आधुनिक समय में नारी मन भाव हैं।
आओ नारी को सम्मान हम देते हैं।
जीवन और जिंदगी खुशहाल करते हैं।
***************************
नीरज कुमार अग्रवाल चंदौसी उ.प्र

Language: Hindi
64 Views

You may also like these posts

ऐसा क्यूं है??
ऐसा क्यूं है??
Kanchan Alok Malu
इतनी भी तकलीफ ना दो हमें ....
इतनी भी तकलीफ ना दो हमें ....
Umender kumar
ज़िंदगी कभी बहार तो कभी ख़ार लगती है……परवेज़
ज़िंदगी कभी बहार तो कभी ख़ार लगती है……परवेज़
parvez khan
*भारत का वंदन करें आज, हम गीत तिरंगे का गाऍं (राधेश्यामी छंद
*भारत का वंदन करें आज, हम गीत तिरंगे का गाऍं (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
"ना ढूंढ सको तिनका, यदि चोर की दाढ़ी में।
*प्रणय*
*
*"सिद्धिदात्री माँ"*
Shashi kala vyas
*साधारण दण्डक* (208) नवीन प्रस्तारित
*साधारण दण्डक* (208) नवीन प्रस्तारित
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
फर्क़ है
फर्क़ है
SURYA PRAKASH SHARMA
24/228. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/228. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
धार्मिक होने का मतलब यह कतई नहीं कि हम किसी मनुष्य के आगे नत
धार्मिक होने का मतलब यह कतई नहीं कि हम किसी मनुष्य के आगे नत
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
परेशानी बहुत ज़्यादा है इस दुनिया में जीने में
परेशानी बहुत ज़्यादा है इस दुनिया में जीने में
Johnny Ahmed 'क़ैस'
यूं तो गुल-ए-गुलशन में सभी,
यूं तो गुल-ए-गुलशन में सभी,
TAMANNA BILASPURI
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Neha
नये शिल्प में रमेशराज की तेवरी
नये शिल्प में रमेशराज की तेवरी
कवि रमेशराज
नवम पहचान, कमल पर बैठी माता ।
नवम पहचान, कमल पर बैठी माता ।
RAMESH SHARMA
नेता
नेता
OM PRAKASH MEENA
“अपना बना लो”
“अपना बना लो”
DrLakshman Jha Parimal
'माँ'
'माँ'
Godambari Negi
रुहानियत और इंसानियत संग संग(पंजाबी में)
रुहानियत और इंसानियत संग संग(पंजाबी में)
Mangu singh
फ़र्क़ इससे तो कुछ नहीं पड़ता,
फ़र्क़ इससे तो कुछ नहीं पड़ता,
Dr fauzia Naseem shad
- बंदिशे बहुत है -
- बंदिशे बहुत है -
bharat gehlot
निष्ठुर संवेदना
निष्ठुर संवेदना
Alok Saxena
50….behr-e-hindi Mutqaarib musaddas mahzuuf
50….behr-e-hindi Mutqaarib musaddas mahzuuf
sushil yadav
हाय री गरीबी कैसी मेरा घर  टूटा है
हाय री गरीबी कैसी मेरा घर टूटा है
कृष्णकांत गुर्जर
रंगमंच कलाकार तुलेंद्र यादव जीवन परिचय
रंगमंच कलाकार तुलेंद्र यादव जीवन परिचय
Tulendra Yadav
****अपने स्वास्थ्य से प्यार करें ****
****अपने स्वास्थ्य से प्यार करें ****
Kavita Chouhan
-किसको किसका साथ निभाना
-किसको किसका साथ निभाना
Amrita Shukla
राहों में
राहों में
हिमांशु Kulshrestha
" कभी "
Dr. Kishan tandon kranti
मन की इच्छा मन पहचाने
मन की इच्छा मन पहचाने
Suryakant Dwivedi
Loading...