Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jun 2023 · 1 min read

दुःख दर्द से भरी जिंदगी

अब ये पूछने से कोई फायदा नहीं
कि क्या हाल है मेरा?
क्यूंकि…,
अपनी दुख तकलीफ़ में
हमेशा खुदको तन्हा पाया है मैंने
गैरों से कहीं ज्यादा तो
अपनों से ही दुःख दर्द पाया है मैंने
सबको अपना मानकर,
उनपर भरोसा करके,
उन्हें अपनी जिंदगी में शामिल करके,
आज बहुत पछता रही हूं मैं।

— सुमन मीना (अदिति)
लेखिका एवं साहित्यकार

1 Like · 245 Views

You may also like these posts

एक उदास चेहरा जितनी नकारात्मकता फैलाता है...
एक उदास चेहरा जितनी नकारात्मकता फैलाता है...
Ajit Kumar "Karn"
जरूरत पड़ने पर बहाना और बुरे वक्त में ताना,
जरूरत पड़ने पर बहाना और बुरे वक्त में ताना,
Ranjeet kumar patre
मानवीय मूल्य
मानवीय मूल्य
इंजी. संजय श्रीवास्तव
इंसान की इंसानियत मर चुकी आज है
इंसान की इंसानियत मर चुकी आज है
प्रेमदास वसु सुरेखा
टेसू के वो फूल कविताएं बन गये ....
टेसू के वो फूल कविताएं बन गये ....
Kshma Urmila
बात फूलों की
बात फूलों की
Namita Gupta
बेबस बाप
बेबस बाप
Mandar Gangal
जिंदगी में हजारों लोग आवाज
जिंदगी में हजारों लोग आवाज
Shubham Pandey (S P)
जो लड़ाई ना जीती जा सके बयानों से..
जो लड़ाई ना जीती जा सके बयानों से..
Shweta Soni
तड़फ रहा दिल हिज्र में तेरे
तड़फ रहा दिल हिज्र में तेरे
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
আমায় নূপুর করে পরাও কন্যা দুই চরণে তোমার
আমায় নূপুর করে পরাও কন্যা দুই চরণে তোমার
Arghyadeep Chakraborty
सत्य
सत्य
Neha
सच्चे प्रेम का कोई विकल्प नहीं होता.
सच्चे प्रेम का कोई विकल्प नहीं होता.
शेखर सिंह
सतगुरु से जब भेंट हुई
सतगुरु से जब भेंट हुई
Buddha Prakash
यदि आप सकारात्मक नजरिया रखते हैं और हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ प
यदि आप सकारात्मक नजरिया रखते हैं और हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ प
पूर्वार्थ
विश्वास
विश्वास
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
क़ैद में रो रहा उजाला है…
क़ैद में रो रहा उजाला है…
पंकज परिंदा
" क्या "
Dr. Kishan tandon kranti
तुझे देंगे धरती मां बलिदान अपना
तुझे देंगे धरती मां बलिदान अपना
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
संवेदना
संवेदना
नेताम आर सी
जाति आज भी जिंदा है...
जाति आज भी जिंदा है...
आर एस आघात
बेशर्मी के हौसले
बेशर्मी के हौसले
RAMESH SHARMA
*कविवर रमेश कुमार जैन*
*कविवर रमेश कुमार जैन*
Ravi Prakash
पिता पर गीत
पिता पर गीत
Dr Archana Gupta
वह प्रेम तो उससे करती, पर विवाह न करती
वह प्रेम तो उससे करती, पर विवाह न करती
Karuna Goswami
4212💐 *पूर्णिका* 💐
4212💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
धड़कनों  से  सवाल  रहता है।
धड़कनों से सवाल रहता है।
Dr fauzia Naseem shad
वक्त को पीछे छोड़ दिया
वक्त को पीछे छोड़ दिया
Dheerja Sharma
गीत- मिले हैं चार दिन जीवन के...
गीत- मिले हैं चार दिन जीवन के...
आर.एस. 'प्रीतम'
अदावत
अदावत
Satish Srijan
Loading...