Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Dec 2023 · 1 min read

*अमर तिरंगा रहे हमारा, भारत की जयकार हो (गीत)*

अमर तिरंगा रहे हमारा, भारत की जयकार हो (गीत)
_________________________
अमर तिरंगा रहे हमारा, भारत की जयकार हो
हृदयों में भारत माता का, आलौकिक श्रंगार हो
1)
याद रखें हम उन्हें सदा जो, आजादी को लाए
कष्ट सहे काले पानी के, हॅंस-हॅंस शीश चढ़ाए
वीरों के तप और त्याग का, मन में नित आभार हो
2)
वर्ष सहस्त्रों बीते जब हम, दुनिया में सिरमौर थे
सोने की चिड़िया कहलाते, चमक रहे कुछ और थे
ऋषियों के विज्ञान-ज्ञान का, दिन-दूना विस्तार हो
3)
स्वाभिमान से सीना ताने, हम आगे बढ़ते हैं
कठिन लक्ष्य की ऊॅंचाई पर, हम सहर्ष चढ़ते हैं
चलते रहने के गुण से ही, अभिसिंचित व्यवहार हो
4)
समता-ममता के भावों से, आपूरित हर कर्म हो
संविधान हो पूज्य हमारा, देशप्रेम ही धर्म हो
जन्मे हैं हम भारत-भू पर, इसका गर्व अपार हो
अमर तिरंगा रहे हमारा, भारत की जयकार हो
—————————————-
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

317 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

*अयोध्या धाम पावन प्रिय, जगत में श्रेष्ठ न्यारा है (हिंदी गज
*अयोध्या धाम पावन प्रिय, जगत में श्रेष्ठ न्यारा है (हिंदी गज
Ravi Prakash
हमारे ख्यालों पर
हमारे ख्यालों पर
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मैं हिंदी में इस लिए बात करता हूं क्योंकि मेरी भाषा ही मेरे
मैं हिंदी में इस लिए बात करता हूं क्योंकि मेरी भाषा ही मेरे
Rj Anand Prajapati
पहने कपड़े सुनहरे चमकती हुई
पहने कपड़े सुनहरे चमकती हुई
Sandeep Thakur
पयार हुआ पराली
पयार हुआ पराली
Anil Kumar Mishra
ये सूरज के तेवर सिखाते हैं कि,,
ये सूरज के तेवर सिखाते हैं कि,,
Shweta Soni
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
अग्नि परीक्षा!
अग्नि परीक्षा!
Pradeep Shoree
बाल कविता: मोर
बाल कविता: मोर
Rajesh Kumar Arjun
औचित्य
औचित्य
Nitin Kulkarni
रोक दो ये पल
रोक दो ये पल
Surinder blackpen
22) भ्रम
22) भ्रम
नेहा शर्मा 'नेह'
हर आँसू में छिपा है, एक नया सबक जिंदगी का,
हर आँसू में छिपा है, एक नया सबक जिंदगी का,
Kanchan Alok Malu
बचपन और पचपन
बचपन और पचपन
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
यूं बातें भी ज़रा सी क्या बिगड़ गई,
यूं बातें भी ज़रा सी क्या बिगड़ गई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
The fell purpose of my hurt feelings taking a revenge,
The fell purpose of my hurt feelings taking a revenge,
Chaahat
व्यस्त रहते हो
व्यस्त रहते हो
पूर्वार्थ
12) “पृथ्वी का सम्मान”
12) “पृथ्वी का सम्मान”
Sapna Arora
4436.*पूर्णिका*
4436.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
माई बेस्ट फ्रैंड ''रौनक''
माई बेस्ट फ्रैंड ''रौनक''
लक्की सिंह चौहान
..
..
*प्रणय*
स्वाधीनता के घाम से।
स्वाधीनता के घाम से।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
हममें आ जायेंगी बंदिशे
हममें आ जायेंगी बंदिशे
Pratibha Pandey
मेरे चेहरे से मेरे किरदार का पता नहीं चलता और मेरी बातों से
मेरे चेहरे से मेरे किरदार का पता नहीं चलता और मेरी बातों से
Ravi Betulwala
तिरछी निगाहे
तिरछी निगाहे
Santosh kumar Miri
संवेदना
संवेदना
Khajan Singh Nain
क्षणिकाएं
क्षणिकाएं
Suryakant Dwivedi
तुम्ही ने दर्द दिया है,तुम्ही दवा देना
तुम्ही ने दर्द दिया है,तुम्ही दवा देना
Ram Krishan Rastogi
" क्या कहूँ? "
Dr. Kishan tandon kranti
*Move On...*
*Move On...*
Veneeta Narula
Loading...