हसरतों की भी एक उम्र होनी चाहिए।
हिज्र में रात - दिन हम तड़पते रहे
हरियाली के बीच मन है मगन
Krishna Manshi (Manju Lata Mersa)
*जीवन में हँसते-हँसते चले गए*
दोस्तों बात-बात पर परेशां नहीं होना है,
कुंडलिया
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
वो रंगीन स्याही भी बेरंग सी नज़र आयेगी,
अच्छी-अच्छी बातें (बाल कविता)
प्राण प्रतिष्ठा और राम की माया
प्रार्थना- हमें दो ज्ञान प्रभु इतना...
तलाक इतने ज्यादा क्यों हो रहे हैं..? एक इंसान के साथ शादी के
बाप की "सियासत का ठेका" बेटा चलाएगा। मतलब बरसों से लाइन में