Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Mar 2023 · 1 min read

*महॅंगी कला बेचना है तो,चलिए लंदन-धाम【हिंदी गजल/ गीतिका】*

महॅंगी कला बेचना है तो,चलिए लंदन-धाम【हिंदी गजल/ गीतिका】
■■■■■■■■■■■■■■■■■■
(1)
महॅंगी कला बेचना है तो, चलिए लंदन-धाम
जितनी दूर माल बेचोगे, होगा उतना नाम
(2)
जीवन बीत गया घर की, थाली में खाना खाते
फोटो खिंचवाओ होटल में, अब तो देकर दाम
(3)
चाहे जैसा भरो माल, डिब्बे के अंदर भैया
पैकेट शानदार हो बाहर, रखो सुनहरा काम
(4)
मंत्री का पद जिन्हें नहीं, मिल पाया वह बेचारे
कहते हैं बेकार हो गई, कोशिश करी तमाम
(5)
जीवन धन्य उसी का जिसने, मंत्री का पद पाया
हुआ ‘खास’ झटके में देखो, अब तक था जो ‘आम’
(6)
जब तक नहीं दुपहरी आए, बिस्तर को मत छोड़ो
जल्दी बूढ़े होना है तो, करना मत व्यायाम
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

454 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

संसार में
संसार में
Brijpal Singh
पिता आख़िर पिता है
पिता आख़िर पिता है
Dr. Rajeev Jain
हे ईश्वर
हे ईश्वर
sheema anmol
Compromisation is a good umbrella but it is a poor roof.
Compromisation is a good umbrella but it is a poor roof.
GOVIND UIKEY
हमसे भी अच्छे लोग नहीं आयेंगे अब इस दुनिया में,
हमसे भी अच्छे लोग नहीं आयेंगे अब इस दुनिया में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
3216.*पूर्णिका*
3216.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
* राह चुनने का समय *
* राह चुनने का समय *
surenderpal vaidya
*डॉंटा जाता शिष्य जो, बन जाता विद्वान (कुंडलिया)*
*डॉंटा जाता शिष्य जो, बन जाता विद्वान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
"वो लालबाग मैदान"
Dr. Kishan tandon kranti
नव वर्ष की शुभकामनाएं
नव वर्ष की शुभकामनाएं
पूर्वार्थ
रोज़ मायूसी से हर शाम घर जाने वाले...
रोज़ मायूसी से हर शाम घर जाने वाले...
Shweta Soni
Colours Of Life
Colours Of Life
Dr Archana Gupta
हँसता दिखना दर्द छुपाना हां मैं तुमसे -विजय कुमार पाण्डेय
हँसता दिखना दर्द छुपाना हां मैं तुमसे -विजय कुमार पाण्डेय
Vijay kumar Pandey
नास्तिक सदा ही रहना…
नास्तिक सदा ही रहना…
मनोज कर्ण
फूल सी खुश्बू लुटातीं बेटियां
फूल सी खुश्बू लुटातीं बेटियां
पंकज परिंदा
आस्था
आस्था
Adha Deshwal
यथार्थ से दूर का नाता
यथार्थ से दूर का नाता
Dr MusafiR BaithA
आप जो भी हैं।
आप जो भी हैं।
Sonam Puneet Dubey
गंगा सेवा के दस दिवस (प्रथम दिवस)
गंगा सेवा के दस दिवस (प्रथम दिवस)
Kaushal Kishor Bhatt
!!!! कब होगा फैसला मेरा हक़ में !!!!
!!!! कब होगा फैसला मेरा हक़ में !!!!
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
भगवान बचाए ऐसे लोगों से। जो लूटते हैं रिश्तों के नाम पर।
भगवान बचाए ऐसे लोगों से। जो लूटते हैं रिश्तों के नाम पर।
*प्रणय*
अदब से उतारा होगा रब ने ख्बाव को मेरा,
अदब से उतारा होगा रब ने ख्बाव को मेरा,
Sunil Maheshwari
जीत का झंडा गाड़ेंगे हम
जीत का झंडा गाड़ेंगे हम
अनिल कुमार निश्छल
*जख्मी मुस्कुराहटें*
*जख्मी मुस्कुराहटें*
Krishna Manshi
यें लो पुस्तकें
यें लो पुस्तकें
Piyush Goel
बुलंदियों की हदों का भी मुख़्तसर सफर होगा।
बुलंदियों की हदों का भी मुख़्तसर सफर होगा।
Dr fauzia Naseem shad
नव वर्ष का स्वागत।
नव वर्ष का स्वागत।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
बेजुबाँ सा है इश्क़ मेरा,
बेजुबाँ सा है इश्क़ मेरा,
शेखर सिंह
हे अजन्मा,तेरा कैसे जन्म होगा
हे अजन्मा,तेरा कैसे जन्म होगा
Keshav kishor Kumar
विरह रस
विरह रस
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
Loading...