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18 Mar 2025 · 1 min read

मै हूं भारत

मैं भारत हूं

हारना मेरी फितरत में नहीं,
मै जीतूंगा,और जीतूंगा
बार – बार जीतूंगा।
मैं भारत हूं,
रुकूंगा नहीं;
झुकूंगा नहीं।

गिर भी जाऊं तो उठ जाऊंगा
दौड़ लगाऊंगा
प्रतिद्वंदियों से आगे हो जाऊंगा
मै भारत हूं।

मैं क्रिकेट में छक्का लगाऊंगा
चौका भी लगाऊंगा
जरूरत पड़े तो एक – एक रन लूंगा हर हाल में मैच जीतूंगा।
चाहे न्यूजीलैंड हो या विश्व के कोई भी देश हो।
मेरे सामने हारेगा और सिर्फ हारेगा।
मैं मजबूत भारत हूं।
सशक्त भारत,
आत्मनिर्भर भारत हूं मैं।

दुनिया के लोग मेरी बॉलिंग देखती है
किसी को एल बी डब्ल्यू,
क्लीन बोल्ड,रन आउट,
काट एंड बोल्ड,कैच आउट होते देख
दांतो तले अंगुली दबा लेते हैं।
मैं महान क्रिकेटर भारत हूं।

मैं अनुशासित भारत हूं,
खिलाड़ी भावना से खेल खेलता हूँ।
अथक परिश्रम करता हूं,
मैं धैर्यवान भी हूं।
जब तक जीत हासिल न
हो रुकता नहीं।
12साल बाद आई सी सी कप 2025 जीता ।
देख लो दुनिया मेरी जीत की गोल्ड मैडल।
मैं विश्व में चमकता सितारा भारत हूं।
सबके आंखों का तारा हूं।

कविराज
संतोष कुमार मिरी
रायपुर छत्तीसगढ़

Tag: Poem
22 Views
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