Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 May 2024 · 1 min read

ग़ज़ल(नाम जब से तुम्हारा बरण कर लिया)

ग़ज़ल

नाम जबसे तुम्हारा बरण कर लिया
मैंने भी वैसा ही आचरण कर लिया।

अब सताते नहीं हैं अँधेरे कभी
अपने मन को ही हमने किरण कर लिया।

सीख ली मैंने पढ़कर तुम्हारी ग़ज़ल
हर्फ़ दर हर्फ़ का अनुकरण कर लिया

हैं अधूरे मिरे ख़्वाब जो अब तलक
पूर्ण करने को अंतःकरण कर लिया

रागिनी है ग़ज़ल ज़िन्दगी से भरी
ख़ुशनुमा सारा वातावरण कर लिया

डॉक्टर रागिनी शर्मा,इंदौर

4 Likes · 2 Comments · 115 Views

You may also like these posts

अजीब हालत है मेरे दिल की
अजीब हालत है मेरे दिल की
Phool gufran
नूतन बर्ष
नूतन बर्ष
कार्तिक नितिन शर्मा
गरबा नृत्य का सांस्कृतिक अवमुल्यन :जिम्मेवार कौन?
गरबा नृत्य का सांस्कृतिक अवमुल्यन :जिम्मेवार कौन?
मनोज कर्ण
ऐसे यूं ना देख
ऐसे यूं ना देख
Shashank Mishra
प्रेम की भाषा
प्रेम की भाषा
Kanchan Alok Malu
सत्य मानव
सत्य मानव
Rambali Mishra
ग़ज़ल __ दुआ देने से दुनिया में, दुआएं कम नहीं होती।
ग़ज़ल __ दुआ देने से दुनिया में, दुआएं कम नहीं होती।
Neelofar Khan
प्यासी तड़प
प्यासी तड़प
C S Santoshi
मेरे हिस्से में जितनी वफ़ा थी, मैंने लूटा दिया,
मेरे हिस्से में जितनी वफ़ा थी, मैंने लूटा दिया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"नित्य नये नये काम तक भी पहुंचाती हैं ll
पूर्वार्थ
धर्म अधर्म की बाते करते, पूरी मनवता को सतायेगा
धर्म अधर्म की बाते करते, पूरी मनवता को सतायेगा
Anil chobisa
"बहुत देखे हैं"
ओसमणी साहू 'ओश'
हक़ीक़त ने
हक़ीक़त ने
Dr fauzia Naseem shad
चरित्र राम है
चरित्र राम है
Sanjay ' शून्य'
नदी की करुण पुकार
नदी की करुण पुकार
Anil Kumar Mishra
2628.पूर्णिका
2628.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
गीत- जब-जब पाप बढ़े दुनिया में...
गीत- जब-जब पाप बढ़े दुनिया में...
आर.एस. 'प्रीतम'
Midnight success
Midnight success
Bidyadhar Mantry
"सच और झूठ"
Dr. Kishan tandon kranti
ओ बेवफा के प्यार में
ओ बेवफा के प्यार में
आकाश महेशपुरी
कैसा
कैसा
Ajay Mishra
गर मनपसंद साथ ना मिले तो तन्हाई रास आ ही जाती है।
गर मनपसंद साथ ना मिले तो तन्हाई रास आ ही जाती है।
Shikha Mishra
मिलना यह हमारा, सुंदर कृति है
मिलना यह हमारा, सुंदर कृति है
Suryakant Dwivedi
*नारियों को आजकल, खुद से कमाना आ गया (हिंदी गजल/ गीतिका)*
*नारियों को आजकल, खुद से कमाना आ गया (हिंदी गजल/ गीतिका)*
Ravi Prakash
आपके साथ आपका रिश्ता आपके हर दूसरे रिश्ते के लिए सुर व ताल स
आपके साथ आपका रिश्ता आपके हर दूसरे रिश्ते के लिए सुर व ताल स
ललकार भारद्वाज
आत्मविश्वास
आत्मविश्वास
Dipak Kumar "Girja"
संघर्ष का अर्थ ये नही है कि
संघर्ष का अर्थ ये नही है कि
P S Dhami
जिन्दगी कभी नाराज होती है,
जिन्दगी कभी नाराज होती है,
Ragini Kumari
डर लगता है, मां
डर लगता है, मां
Shekhar Chandra Mitra
*प्रकृति-प्रेम*
*प्रकृति-प्रेम*
Dr. Priya Gupta
Loading...