Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2024 · 1 min read

संबंधों की तुरपाई

पुरानी दोस्ती को
इस नई ताकत से मत तोलो
ये संबंधों की तुरपाई है
षड्यंत्रों से मत खोलो
बहुत तो तुमने खेल लिया
खेल ये अपने पराए का
स्नेह प्रेम के इस बंधन को
छल और कपट से मत तोलो

लग गया पैबंद इस कपड़े पर
क्या करोगे फिर बोलो
ना कर पाए समय पर तुरपन
क्या करोगे फिर बोलो
ना जाने कितने वस्त्रों को
बर्बाद इन्होंने कर डाला है
अहंकार और ईर्ष्या को
किरदार से अपने से दूर कर लो

इंजी संजय श्रीवास्तव
बालाघाट मध्यप्रदेश

82 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from इंजी. संजय श्रीवास्तव
View all

You may also like these posts

#देसी ग़ज़ल
#देसी ग़ज़ल
*प्रणय प्रभात*
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
कुछ तो लोग कहेंगे !
कुछ तो लोग कहेंगे !
Roopali Sharma
जन्म पर बाटी मिठाई
जन्म पर बाटी मिठाई
Ranjeet kumar patre
ग़लतफ़हमी में क्यों पड़ जाते हो...
ग़लतफ़हमी में क्यों पड़ जाते हो...
Ajit Kumar "Karn"
मुझे आज फिर भूल
मुझे आज फिर भूल
RAMESH SHARMA
प्रीतम दोहा अभिव्यक्ति
प्रीतम दोहा अभिव्यक्ति
आर.एस. 'प्रीतम'
दो मुक्तक
दो मुक्तक
Ravi Prakash
दिनकर तुम शांत हो
दिनकर तुम शांत हो
भरत कुमार सोलंकी
जिसके साथ खेलकर मन भर जाए वो खिलोना नहीं है बेटी अरे स्वयं म
जिसके साथ खेलकर मन भर जाए वो खिलोना नहीं है बेटी अरे स्वयं म
Harshita Choubisa 🖊️🔥📝
यादों की किताब बंद करना कठिन है;
यादों की किताब बंद करना कठिन है;
Dr. Upasana Pandey
जो कभी सबके बीच नहीं रहे वो समाज की बात कर रहे हैं।
जो कभी सबके बीच नहीं रहे वो समाज की बात कर रहे हैं।
राज वीर शर्मा
तेरी यादों की..
तेरी यादों की..
हिमांशु Kulshrestha
संस्कार और अहंकार में बस इतना फर्क है कि एक झुक जाता है दूसर
संस्कार और अहंकार में बस इतना फर्क है कि एक झुक जाता है दूसर
Rj Anand Prajapati
4095.💐 *पूर्णिका* 💐
4095.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मेरी हस्ती
मेरी हस्ती
Shyam Sundar Subramanian
राम राज्य
राम राज्य
Shriyansh Gupta
चौपाई छंद गीत
चौपाई छंद गीत
seema sharma
श्राद्ध पक्ष
श्राद्ध पक्ष
surenderpal vaidya
You don’t have to fake a smile this Christmas if your heart
You don’t have to fake a smile this Christmas if your heart
पूर्वार्थ
- तलाश जारी है -
- तलाश जारी है -
bharat gehlot
"कु-समय"
Dr. Kishan tandon kranti
कहां हो तुम
कहां हो तुम
Maroof aalam
धूप थी छाँव थी,फूलों की भी भरमार थी।
धूप थी छाँव थी,फूलों की भी भरमार थी।
Madhu Gupta "अपराजिता"
भ्रम
भ्रम
Mukund Patil
‘लोक कवि रामचरन गुप्त’ के 6 यथार्थवादी ‘लोकगीत’
‘लोक कवि रामचरन गुप्त’ के 6 यथार्थवादी ‘लोकगीत’
कवि रमेशराज
हालात से लड़ सकूं
हालात से लड़ सकूं
Chitra Bisht
💐💞💐
💐💞💐
शेखर सिंह
प्यार : व्यापार या इबादत
प्यार : व्यापार या इबादत
ओनिका सेतिया 'अनु '
" सब किमे बदलग्या "
Dr Meenu Poonia
Loading...