इन नेताओं के चेहरे में कई चेहरे छिपे हुए।

इन नेताओं के चेहरे में कई चेहरे छिपे हुए।
मैं समझता था जिसे समाज का आईना।
उनके हाथ कई बेबस गरीब के खूनों से रंगे हुए है।
इन नेताओं को कभी अपना मत समझना।
ये बड़ी गैरत से नेता बने हुए है।
RJ Anand prajapati