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16 Apr 2022 · 1 min read

इशारो ही इशारो से...😊👌

इशारो ही इशारो से पहले हल्की – हल्की बात होती है।

कुछ यूं इस तरह से ही यार इश्क़ की शुरुआत होती है।

नजरे झुकाकर पलके झपकाकर इश्क़-ए-इज़हार करे

तो समझ जाना जनाब वो रात मिलन की रात होती है

©® प्रेमयाद कुमार नवीन
महासमुन्द (छःग)

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