Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Nov 2018 · 1 min read

हास्य कविता — कवि-पत्नी की व्यथा

कवि-पत्नी की व्यथा
*****************

पत्नी जी अति प्रेम में विह्वल कह गईं दिल की बात।
हे प्रिय! क्या तुम दोगे मुझको कविता की सौगात?

पत्नी को खुश करने का यह अच्छा अवसर पाया,
फिर क्या था ,कवि ने अपना पूरा कौशल दिखलाया

पति का कवि मन अंतर्मन में धीरे से मुस्काया
चाँद सितारों का फिर उसने चक्कर एक लगाया,

उत्सुक नयना प्यारी के मुखमंडल को निहारा,
प्रकृति से सुंदर रूपों को उसने खूब विचारा,

मधुर-मधुर अनुभूतियाँ यों साँचे में ढलने लगीं,
गीतों की कड़ियाँ मधुर झरनों सी बहने लगीं,

कवि जी अब तो लग गए बस प्यारी को बहलाने
पकड़-पकड़ कर हर पल नई कविता लगे सुनाने,

कवि की कविता की धारा मानो अब तो फूट पड़ी।
पर यह क्या कवि प्राणप्रिया पत्नी जी तो रूठ पड़ी।

क्रोध भरा मुख दमक उठा बोली अब कितना सताओगे
क्या कोई अब न काम रहा जो हर पल शेर सुनाओगे

वैसे भी अब इस घर में एक पल का भी आराम कहाँ
चाहे करो जितनी मेहनत बिखरे रहते सब काम यहाँ

नींद तो थोड़ी लेने दो अब कितना और रुलाओगे
जगा जगा के यूँ मुझको तुम कितनी कविता सुनाओगे

मैं तो यदा कदा बस दो लाइन कहने को बोली थी
कौन सी थी मनहूस घड़ी जो अपना मुँह मैं खोली थी

कुछ मोती चुनने को कहा था कंकड़ का ये ढेर नहीं।
चाहा था एक कवि जगाना सोया हुआ एक शेर नहीं।

चाहा था एक कवि जगाना सोया हुआ एक शेर नहीं।

— क़मर जौनपुरी

Language: Hindi
4 Likes · 2 Comments · 709 Views

You may also like these posts

धीरे-धीरे कदम बढ़ा
धीरे-धीरे कदम बढ़ा
Karuna Goswami
कुंंडलिया-छंद:
कुंंडलिया-छंद:
जगदीश शर्मा सहज
इन्सानियत
इन्सानियत
Bodhisatva kastooriya
ग़ज़ल(ये शाम धूप के ढलने के बाद आई है)
ग़ज़ल(ये शाम धूप के ढलने के बाद आई है)
डॉक्टर रागिनी
हर इक रंग बस प्यास बनकर आती है,
हर इक रंग बस प्यास बनकर आती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तिलक लगाया माथ पर,
तिलक लगाया माथ पर,
sushil sarna
बाल कविता: नानी की बिल्ली
बाल कविता: नानी की बिल्ली
Rajesh Kumar Arjun
सफलता का सोपान
सफलता का सोपान
Sandeep Pande
संघर्ष ,संघर्ष, संघर्ष करना!
संघर्ष ,संघर्ष, संघर्ष करना!
Buddha Prakash
हमारा संघर्ष
हमारा संघर्ष
पूर्वार्थ
*पद्म विभूषण स्वर्गीय गुलाम मुस्तफा खान साहब से दो मुलाकातें*
*पद्म विभूषण स्वर्गीय गुलाम मुस्तफा खान साहब से दो मुलाकातें*
Ravi Prakash
रमेशराज का एक पठनीय तेवरी संग्रह “घड़ा पाप का भर रहा ” +डॉ. हरिसिंह पाल
रमेशराज का एक पठनीय तेवरी संग्रह “घड़ा पाप का भर रहा ” +डॉ. हरिसिंह पाल
कवि रमेशराज
कोई उम्मीद कोई किनारा नहीं,
कोई उम्मीद कोई किनारा नहीं,
श्याम सांवरा
4253.💐 *पूर्णिका* 💐
4253.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
बेदर्दी मौसम दर्द क्या जाने ?
बेदर्दी मौसम दर्द क्या जाने ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
आत्मनिर्भर नारी
आत्मनिर्भर नारी
Anamika Tiwari 'annpurna '
बहुत खुश था
बहुत खुश था
VINOD CHAUHAN
देशभक्ति(मुक्तक)
देशभक्ति(मुक्तक)
Dr Archana Gupta
- दिपावली पर दीप जलाओ अंधकार को मिटाओ -
- दिपावली पर दीप जलाओ अंधकार को मिटाओ -
bharat gehlot
है हर इक ख्वाब वाबस्ता उसी से,
है हर इक ख्वाब वाबस्ता उसी से,
Kalamkash
💤 ये दोहरा सा किरदार 💤
💤 ये दोहरा सा किरदार 💤
Dr Manju Saini
दिल की आरजूओं को चलो आज रफू कर ले।
दिल की आरजूओं को चलो आज रफू कर ले।
Ashwini sharma
नारी
नारी
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
मेरी हस्ती
मेरी हस्ती
Shyam Sundar Subramanian
हमारा जन्मदिवस - राधे-राधे
हमारा जन्मदिवस - राधे-राधे
Seema gupta,Alwar
"आसानी से"
Dr. Kishan tandon kranti
..
..
*प्रणय*
खुद से भाग कर
खुद से भाग कर
SATPAL CHAUHAN
आंगन
आंगन
Sumangal Singh Sikarwar
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
Loading...