Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Nov 2024 · 1 min read

प्रभा प्रभु की

डॉ अरूण कुमार शास्त्री, एक अबोध बालक 😟🤣😟 अरूण अतृप्त।

तन्हाई तन्हाई तू मेरे हिस्से ही क्यों आई ।
जब मैने उससे ये पूंछा तो बोली मुझको पता नहीं।

फिर गुजरा समय धीरे धीरे, ऊपर वाले को दया आई ।
इक भोला भाला सा मासूम सनम उसने मुझको दे डाला ।

मैने जब धन्यवाद किया उस अदृश्य खुदा को समर्पित साक्षात सलाम किया ।
बोला सम्भाल कर रखना इसको अब के गलती की तो फिर रहना होगा तनहा तुझको।

मैं मन ही मन आनंदित था, प्रभु श्री आशीष से स्पंदित था ।

बोला प्रभु जी ये बतलाओ इस एक अबोध बालक को समझाओ।
पहले वाली में क्या कमी रही जो छोड़ मुझे वो चली गई।

प्रभु मुस्काए , लाल मेरे , फिर खुल के हंसे और तब बोले ।

वो तो मेरा एक सैंपल था , भक्तों को परख कर उनकी परीक्षा करना मतलब था।

मैं सोच रहा प्रभु आपका हास्य रहा, इस बच्चे के जीवन का सबसे दुखद वो दुखड़ा था ।

लेकिन मैं चुप ही रहा कहीं प्रभु जी नाराज़ न हो जो रूखी सूखी मिली मुझे वो भी कहीं परित्याग न हो ।

1 Like · 66 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR ARUN KUMAR SHASTRI
View all

You may also like these posts

बात इस दिल की
बात इस दिल की
Dr fauzia Naseem shad
शबे दर्द जाती नही।
शबे दर्द जाती नही।
Taj Mohammad
ऐसे ही चले जाना है l
ऐसे ही चले जाना है l
meenu yadav
दूसरों की लड़ाई में ज्ञान देना बहुत आसान है।
दूसरों की लड़ाई में ज्ञान देना बहुत आसान है।
Priya princess panwar
परिवार
परिवार
Dheerja Sharma
4572.*पूर्णिका*
4572.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
याद आते हैं
याद आते हैं
Juhi Grover
बह्र ## 2122 2122 2122 212 फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन काफिया ## आ रदीफ़ ## कुछ और है
बह्र ## 2122 2122 2122 212 फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन काफिया ## आ रदीफ़ ## कुछ और है
Neelam Sharma
*बादल (बाल कविता)*
*बादल (बाल कविता)*
Ravi Prakash
"बिछुड़ गए तो"
Dr. Kishan tandon kranti
राजभवनों में बने
राजभवनों में बने
Shivkumar Bilagrami
🙅अनुभूत/अभिव्यक्त🙅
🙅अनुभूत/अभिव्यक्त🙅
*प्रणय*
तुम मुझसे ख़फ़ा हो गए हो
तुम मुझसे ख़फ़ा हो गए हो
शिव प्रताप लोधी
मन को भिगो दे
मन को भिगो दे
हिमांशु Kulshrestha
नदी की करुण पुकार
नदी की करुण पुकार
Anil Kumar Mishra
परीक्षा ही बदले राहें
परीक्षा ही बदले राहें
डॉ. शिव लहरी
रिश्ते के सफर जिस व्यवहार, नियत और सीरत रखोगे मुझसे
रिश्ते के सफर जिस व्यवहार, नियत और सीरत रखोगे मुझसे
पूर्वार्थ
राजनयिक कुछ राजनीति के‌...
राजनयिक कुछ राजनीति के‌...
Sunil Suman
हाइकु: सत्य छिपता नहीं!
हाइकु: सत्य छिपता नहीं!
Prabhudayal Raniwal
चीख को लय दो
चीख को लय दो
Shekhar Chandra Mitra
व़ुजूद
व़ुजूद
Shyam Sundar Subramanian
- एक दिन उनको मेरा प्यार जरूर याद आएगा -
- एक दिन उनको मेरा प्यार जरूर याद आएगा -
bharat gehlot
भूख का कर्ज
भूख का कर्ज
Sudhir srivastava
जगदम्ब भवानी
जगदम्ब भवानी
अरशद रसूल बदायूंनी
एक लम्हा है ज़िन्दगी,
एक लम्हा है ज़िन्दगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जिंदगी
जिंदगी
लक्ष्मी सिंह
क्रांतिकारी, वीर, सेनानियो, कवियों का प्रांगण कहो।
क्रांतिकारी, वीर, सेनानियो, कवियों का प्रांगण कहो।
Rj Anand Prajapati
साभार - कविताकोश 
साभार - कविताकोश 
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
एक तरफ
एक तरफ
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
आत्महत्या
आत्महत्या
Harminder Kaur
Loading...