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19 Feb 2024 · 1 min read

पढ़े लिखे बच्चे

पढ़े लिखे बच्चे
किताबें पढ़ते पढ़ते
पढ़ लेते हैं
अपने माता-पिता के सपने
और
होमवर्क पूरा करते करते
लग जाते हैं
पूरा उन सपनों को करने

सपने कभी संकुचित नहीं होते
उनका विस्तार होता है
जैसे
बादल को कहीं से पानी लेकर
कहीं और बरसने का
अधिकार होता है

बीज का
अपनी डाल से टूट
नया अवतार होता है

अपने आंगन के बादल को
बरसता देख
अपने आंगन की पौध को
पनपता देख
गर्व से फूलते हैं
माता-पिता के सीने
और आंखो में
फिर पल जाते हैं
बच्चों के
लौटने के सपने

Language: Hindi
2 Likes · 154 Views

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